विश्‍व स्‍वास्‍थ्‍य संगठन के प्रमुख टेड्रोस एधानोम गैब्रियासिस ने कहा है कि अमीर देशों को बच्‍चों और किशोरों को कोविड वैक्‍सीन लगाने की योजना स्‍थगित कर देनी चाहिए। इसके बदले कम आय वाले देशों को टीके की आपूर्ति करनी चाहिए।

कल जेनेवा में एक वर्चुअल सम्‍मेलन में डॉ. टेड्रोस ने धनी देशों से वैश्विक समुचित पहुंच योजना-कोवैक्‍स के लिए अधिक टीके की आपूर्ति करने का आग्रह किया।

कोविड वैक्‍सीन के अंतरराष्‍ट्रीय स्‍तर पर वितरण में व्‍यापक असमानता है। दिसम्‍बर में पहले वैक्‍सीन को मंजूरी मिलने के बाद धनी देशों ने अधिकांश टीके खरीद लिए हैं।

विश्‍व स्‍वास्‍थ्‍य संगठन के प्रमुख ने कहा कि कम और निम्‍न-मध्‍य आय वाले देशों ने कोविड टीकों की आपूर्ति वहां के स्‍वास्‍थ्‍य कर्मियों के लिए भी पर्याप्‍त नहीं है।

पिछले सप्‍ताह अमरीका के राष्‍ट्रपति जो बाइडेन ने 12 से 15 वर्ष के बच्‍चों को जल्‍दी से जल्‍दी कोरोना वैक्‍सीन लगाने की योजना तय की थी। उन्‍होंने आशा व्‍यक्‍त की थी कि अमरीका के 70 प्रतिशत व्‍यस्‍क लोगों का चार जुलाई तक वैक्‍सीन की कम से कम एक डोज ले लेंगे।

इस बीच, कनाडा ने 12 से 15 वर्ष तक के बच्‍चों के लिए फाइजर की वैक्‍सीन का उपयोग अधिकृत किया है। अल्‍बर्टा प्रांत में इस उम्र के बच्‍चों का टीकाकरण शुरू भी हो चुका है।

स्विट्जरलैंड के कुछ स्‍थानों में पिछले सप्‍ताह 16 वर्ष तक के बच्‍चों को टीके के लिए पंजीकृत किया जाना भी शुरू हो चुका है।

वहीं अफ्रीका के कुछ देशों में टीकाकरण अभी शुरू तक नहीं हुआ है।

कोवैक्‍स योजना का उद्देश्‍य 92 निर्धन देशों में स्‍वास्‍थ्‍य कर्मियों से शुरूआत कर पहले 20 प्रतिशत आबादी का टीकाकरण सुनिश्चित करना था।

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