कोरबा (IP News). कोयला उद्योग के श्रमिक संगठनों द्वारा 18 अगस्त की हड़ताल का ऐलान कर दिया गया है। इसकी तैयारी जोरशोर से चल रही है। इधर, कोयला मंत्रालय ने तीन दिन की हड़ताल के पूर्व की तरह कैम्पेन शुरू किया है कि व्यावसायिक खनन कमर्शियल माइनिंग समय की मांग है। इस कैम्पेन में यह दावा किया जा रहा है कि कमर्शियल माइनिंग से ही विकास की गाथा लिखी जा सकती हैै। इसके लिए बकायदा चीन का हवाला दिया गया है। कहा गया है कि भारत के पास लगभग 150 बिलियन टन ज्ञात कोयला रिजर्व है। अभी केवल 16 बिलियन टन केायले का उत्खनन किया जा सका है। एक साल में एक बिलियन टन से भी कम कोयला निकाला जा रहा है। जबकि चीन एक साल में 3.5 बिलियन टन से अधिक कोयला निकालकर विकास को रफ्तार दे रहा है।

यह भी कहा गया है कि भारत में कोयले की समय से और त्वरित निकासी आज की जरूरत है। ऐसा करके भारत सभी को सस्ती बिजली देने का सपना साकार कर सकेगा।

इस कैम्पेन के फुटेज को टैग करते हुए कोयला मंत्री प्रल्हाद जोशी ने कहा कि भविष्य की अपनी कोयला जरूरतों को पूरा करने और कोयला आयात कम करने के लिए भारत का अपने विशाल कोयला भंडार का समुचित दोहन करना अति आवश्यक है। व्यावसायिक कोयला खनन से कोयले का अधिक उत्पादन एवं आपूर्ति कर देश को आत्मनिर्भर बनाने में मदद मिलेगी।

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