रायपुर. सरगुजा वृत्त में पिछले महीने तीन-तीन हाथियों की संदिग्ध मौत के मामले की जांच करने दो सदस्यी केंद्रीय टीम रायपुर आई, जिसमें डॉ. प्रजला पंडा के साथ डॉ. सेल्वन शामिल थे। केंद्रीय जांच टीम की रिपोर्ट की एक कॉपी कुछ दिनों पूर्व पीसीसीएफ वाइल्ड लाइफ नरसिंग राव को सौंपी गई है, जिसमें मादा गर्भवती हाथी की मौत फिसल कर गिरने की वजह से हार्ट फेल होना पाया है। साथ ही जांच टीम ने कई खामियों का खुलासा करते हुए इसमें सुधार करने की सलाह दी है। केंद्रीय जांच टीम द्वारा सौंपी गई रिपोर्ट के मुताबिक हाथी प्रभावित इलाकों में वनकर्मियों की संख्या बढ़ाते हुए निरंतर गश्त करने की सलाह दी गई है। साथ ही हाथियों को करंट से बचाने टूटे तार, झुके हुए तार और हुकिंग की जानकारी तत्काल बिजली विभाग के अधिकारियों को देने की बात कही है। साथ ही वनकर्मियों और स्थानीय वन्यजीव चिकित्सकों में हाथी के व्यवहार और स्वभाव के बारे में जानकारी कम होने की बात कहते हुए उन्हें निरंतर ट्रेनिंग देकर एक्सपर्ट बनाने की बात का उल्लेख किया है। इसके साथ मृत हाथियों के पोस्टमार्टम के लिए दिल्ली द्वारा जारी गाइडलाइन के पालन करने की सलाह केंद्रीय टीम ने दी है।

फोरेंसिक जांच तत्काल हो

हाथियों की मौत के मामले में केंद्रीय जांच टीम ने पाया है कि हाथियों के पोस्टमार्टम और फोरेंसिंक जांच करने में स्थानीय वन्यजीव चिकित्सकों ने बहुत देर कर दी है, जिसकी वजह से कई तथ्यों की जानकारी जो और मिलनी चाहिए, वह नहीं मिल पाई। इसे देखते हुए केंद्रीय टीम ने हाथियों की मौत होने पर तत्काल पोस्टमार्टम करते हुए फोरेंसिक जांच करने के निर्देश दिए हैं।

केमिकल की जगह बायो फर्टिलाइजर का उपयोग करने की सलाह

केंद्रीय टीम ने फोरेंसिक सैंपल की जांच में पाया है कि एक हाथी की मौत हार्टफेल होने की वजह से हुई है। इसके साथ दो अन्य हाथियों की मौत में एक की हैवी मेटल तथा दूसरे की मौत हाइड्रोसाइनिक कंपाउंड की वजह से होना पाया है। इस बात को ध्यान में रखते हुए केंद्रीय टीम ने हाथी प्रभावित क्षेत्र के किसानों को अपने खेतों में केमिकल की जगह बायो फर्टिलाइजर उपयोग करने के लिए प्रेरित करने की सलाह दी है।

दो वेटनरी व्हीकल की अनुशंसा

हाथी सहित किसी भी प्रजाति के शेड्यूल-1 प्रजाति के वन्यजीवों की मौत होने पर वन विभाग के चिकित्सक स्वयं के तथा स्थानीय संसाधन जुटाकर वन्यजीवों का पोस्टमार्टम करते हैं। इसे देखते हुए केंद्रीय टीम ने राज्य के वन विभाग को दो वेटनरी व्हीकल देने की अनुशंसा की है। वेटनरी व्हीकल पोस्टमार्टम संबंधित औजार से लैस रहेंगे, साथ ही फोरेंसिक जांच के लिए रखे गए वन्यजीवों के पार्ट को सुरक्षित रखने फ्रीजर की व्यवस्था रहेगी।

सुझाए गए उपाय का पालन किया जाएगा

केंद्रीय जांच टीम की रिपोर्ट मिल गई है। जांच टीम द्वारा सुझाए गए उपाय का पालन किया जाएगा। साथ ही भविष्य में मानव-हाथी द्वंद्व रोकने उचित कदम उठाया जाएगा।

– अरुण कुमार पाण्डेय, एपीसीसीएफ, वाइल्ड लाइफ

 

 

Source : HariBhoomi

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