सिंगरौली (आईपी न्यूज)। नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (एनसीएल) के अध्यक्ष-सह-प्रबंध निदेशक (सीएमडी) पीके सिन्हा ने कहा है कि एनसीएल का देश की ऊर्जा जरूरत पूर्ण करने में महत्वपूर्ण योगदान हैं। उन्होने कहा की ऊर्जा किसी देश के विकास में अहम योगदान अदा करती है। कोयला खनन करने वाली विश्व की सबसे बड़ी कंपनी कोल इंडिया व उसकी अनुषंगी कंपनीयां देश की ऊर्जा आवश्यकताएं पूरी करने में मुख्य भूमिका निभा रहीं हैं। श्री सिन्हा एनसीएल मुख्यालय के अधिकारी मनोरंजन गृह सभागार में दूसरी ‘इंटरनैशनल कॉन्फ्रेंस ऑन ओपन कास्ट माइनिंग टेक्नॉलोजी एंड सस्टेनेबिलिटी (आईसीओएमएस-2019)’ के उदघाटन समारोह को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे।
कार्यक्रम में सीएमडी बीसीसीएल पीएम प्रसाद, बीईएमएल के निदेशक (माइनिंग एवं कन्स्ट्रकशन) एमवी राजशेखर, एनसीएल के निदेशक (तकनीकी/संचालन) गुणधार पाण्डेय, निदेशक (वित्त एवं कार्मिक) एनएन ठाकुर व निदेशक (योजना एवं परियोजना) एमके प्रसाद बतौर विशिष्ट अतिथि उपस्थित थे।
उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए एनसीएल सीएमडी श्री सिन्हा ने कहा कि एनसीएल ने वित्त वर्ष 2018-19 के दौरान अब तक का सबसे अधिक 101.50 मिलियन टन कोयला उत्पादन किया है और आने वाले वर्षों में 125 मिलियन टन कोयला उत्पादन करेगी। राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस पर आयोजित कॉन्फ्रेंस के महत्व को बताते हुए उन्होने कहा कि खनन क्षेत्र में हो रहे बदलाव, विभिन्न चुनौतियों से निबटने व नई तकनीकों के सृजन में आइकोम्स-2019 दुनिया भर के खनन दिग्गजों के लिए सकारात्मक बदलाव लाने में कामयाब होगी।
सीएमडी बीसीसीएल पीएम प्रसाद ने एनसीएल को कोयला खनन कि अग्रणी कंपनी बताते हुए कहा कि कोयला उत्पादन के साथ-साथ कंपनी भविष्य की आवश्यकताओं को देखते हुए आइकोम्स जैसी कॉन्फ्रेंस का आयोजन कर रही है।
बीईएमएल के निदेशक (माइनिंग एवं कन्स्ट्रकशन) एमभी राजशेखर ने एनसीएल को 100 मिलियन टन कोयला उत्पादन करने वाली कंपनी बनने के लिए बधाई दी और कहा कि एनसीएल द्वारा देश की ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने में योगदान देकर बीईएमएल गौरवान्वित है ।
40 कंपनियों की हो रही भागीदारी
उद्घाटन समारोह में मुख्य एवं विशिष्ट अतिथियों द्वारा एक स्मारिका का विमोचन भी किया गया। कॉन्फ्रेंस के दौरान दुनिया भर से जुटे ओपन कास्ट खदानों व खदानों में प्रयोग के जाने वाली तकनीकों से जुड़े विशेषज्ञ शिक्षाविद, वैज्ञानिक और प्रोफेशनल्स (पेशेवर) खनन क्षेत्र की चुनौतियों, नई तकनीकों व अवसरों से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर चर्चा कर प्रतिभागियों के साथ अपना बहुमूल्य ज्ञान साझा कर रहे हैं। इस कॉन्फ्रेंस में देश के 17 उच्च शिक्षण संस्थानों, 40 दिग्गज कंपनीयों से प्रतिभागी भाग ले रहे हैं। कॉन्फ्रेंस में 100 से ज्यादा रिसर्च पेपर्स प्राप्त हुए हैं जिन्हे अलग-अलग कैटेगरी में बांट कर मौखिक व पोस्टर के माध्यम से प्रस्तुत किया जा रहा हैं। आईसीओएमएसदृ2019 इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नॉलोजी (आईआईटी), बीएचयू के साथ मिलकर आयोजित की गई हैं ।
भव्य माइनिंग टेक्नॉलोजी प्रदर्शनी का आयोजन
आईसीओएमएस-2019 के दौरान कोयला खदान में प्रयोग की जाने वाली विभिन्न तकनीकों के प्रदर्शन हेतु एक भव्य माइनिंग टेक्नॉलोजी प्रदर्शनी लगाई गई है। प्रदर्शनी में खुली कोयला खदानों में प्रयोग की जाने वाली भारी मशीनों (एचईएमएम), तकनीकों व सेवाओं से जुड़ी दुनिया की जानी-मानी कंपनियां प्रिंट, इलेक्ट्रोनिक व वर्किंग मॉडल के माध्यमों से अपनी तकनीकी दक्षता का प्रदर्शन कर रहीं हैं। साथ ही, आगुन्तकों को एनसीएल की विभिन्न गतिविधियों की जानकारी देने के लिए भी स्टॉल लगाए गए हैं।

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