पूर्णिया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वोकल फोर लोकल (Vocal For Local) को बढ़ावा देने का मूल मंत्र दिया है। पूर्णिया की दो स्कूली छात्राओं ने अपनी अनोखी खोज से न सिर्फ लोकल फोर वोकल को बढ़ावा दिया है, बल्कि इससे भविष्य में देश के किसानों के लिये इसका बड़ा फायदा मिल सकता है, तभी तो नेशनल बाल साइंस कांग्रेस (Child Science Congress) ने भी इन छात्राओं के प्रोजेक्ट का चयन किया है। दरअसल विद्या बिहार स्कूल की आठवीं कक्षा की छात्रा रंगोली राज और सातवीं की छात्रा नव्या शंकर ने ज्यादा पके हुए और सड़े हुये वेस्टेज केले से पौष्टिक गुड़ बनाने की तकनीक इजाद की है।
इन छात्राओं का कहना है कि ईख और खजूर से बने गुड़ की बनिस्पत इस गुड़ में पौष्टिक तत्व प्रचुड़ मात्रा में मिलेंगे। इनके गाइड शिक्षक ललन कुमार ने कहा कि सीमंचल में केला का काफी उत्पादन होता है। हर साल लाखों रुपये का किसानों का केला सड़ कर बर्बाद हो जाता है. इस तकनीक से देश के लाखों किसानों को काफी फायदा होगा।
विद्या बिहार स्कूल के विज्ञान के विभागाध्यक्ष निखिल रंजन ने कहा कि रंगोली राज और नव्या शंकर ने ज्यादा पके केला से गुड़ बनाने की तकनीक बनाकर प्रधानमंत्री के वोकल फोर लोकल को ब़ढ़ावा देने का काम किया है। जिला और राज्य के बाद अब नेशनल बाल साइंस कांग्रेस में इस प्रोजेक्ट को प्रमुखता से स्थान मिला है. अगर वैज्ञानिक इस दिशा में काम करें तो केला किसानों के लिये वरदान साबित हो सकता है।