बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान के लिए चुनाव प्रचार का शोर सोमवार की शाम 5 बजे थम गया। पहले चरण के तहत 16 जिलों की 71 सीटों के लिए 28 अक्टूबर को वोट डाला जाएगा। बिहार चुनाव के पहले चरण में नीतीश कुमार सरकार के आठ मंत्री समेत बिहार की राजनीति के कई दिग्गज मैदान में हैं, जिनके भाग्य का फैसला बुधवार को ईवीएम में कैद हो जाएगा।

पहले चरण में नीतीश सरकार के जिन 8 मंत्रियों का नाम शामिल है, उनमें से चार बीजेपी और चार जेडीयू कोटे के मंत्री हैं। इनमें गया से कृषि मंत्री डॉ प्रेम कुमार, जहानाबाद से शिक्षा मंत्री कृष्ण नंदन वर्मा, जमालपुर से ग्रामीण कार्य मंत्री शैलेश कुमार, दिनारा से विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री जय कुमार सिंह, राजापुर से परिवहन मंत्री संतोष कुमार निराला, बांका से राजस्व मंत्री रामनारायण मंडल, लखीसराय से श्रम मंत्री विजय कुमार सिन्हा और चैनपुर से अनुसूचित जाति-जनजाति कल्याण मंत्री बृजकिशोर बिंद हैं। विपक्ष की जबरदस्त घेराबंदी के साथ इन सीटों पर बागियों ने मुकाबले को रोचक बना दिया है।

इनके अलावा, पहले चरण में जिन दिग्गजों की साथ दांव पर है, उनमें पूर्व मुख्यमंत्री और हम पार्टी के अध्यक्ष जीतनराम मांझी का नाम भी है, जो गया के इमामगंज विधानसभा सीट से मैदान में हैं। उनके सामने बिहार के पूर्व विधानसभा अध्यक्ष उदय नारायण चौधरी आरजेडी के टिकट पर खड़े हैं। इनके अलावा जमुई से पूर्व मंत्री और आरजेडी नेता विजय प्रकाश और हाल ही में बीजेपी में शामिल हुईं तीरंदाज श्रेयसी सिंह की किस्मत का फैसला भी पहले चरण में ही होना है। इनके अलावा एलजेपी से चुनाव लड़ रहे बीजेपी के बागी राजेंद्र सिंह दिनारा से, सासाराम में रामेश्वर चौरसिया और जगदीशपुर से भगवान सिंह कुशवाहा की साख भी इसी चरण मे दाव पर है।

बता दें कि पहले चरण की 71 सीटों पर आरजेडी के 42, जेडीयू के 35, बीजेपी के 29, कांग्रेस के 21, सीपीआई एमएल के 8, हम के 6, वीआईपी का एक, आरएलएसपी के 43, एलजेपी के 42 और बीएसपी से 27 उम्मीदवार चुनावी लड़ रहे हैं। पहले चरण के चुनाव में एलजेपी के 42 प्रत्याशियों में से 35 जेडीयू के खिलाफ खड़े हैं, जिससे मुकाबला रोचक हो गया है। बता दें कि प्रथम चरण की इन 71 सीटों में से 25 पर आरजेडी, 23 पर जेडीयू, 13 पर बीजेपी, 8 पपर कांग्रेस और हम और माले का एक-एक सीट पर पहले से कब्जा है।

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