कोरबा (आईपी न्यूज)। ईंधन की कमी ने विद्युत संयंत्रों के उत्पादन को प्रभावित कर रखा है। राज्य सरकार के मड़वा संयंत्र सहित निजी कंपनियों की 3100 मेगावाट क्षमता वाली सात इकाइयां उत्पादन से बाहर हैं। छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत उत्पादन कंपनी का 1000 मेगवाट क्षमता वाला संयंत्र जांजगीर चांपा जिले में स्थित है। इस संयंत्र की 500 मेगावाट क्षमता वाली एक नम्बर इकाई 26 अक्टूबर से बंद है। केवल 2 नम्बर यूनिट से बिजली उत्पादन हो पा रहा है। प्लांट को एसईसीएल से कोयले की आूपर्ति होती है। संयंत्र में प्रतिदिन 8590 टन कोयले की खपत है। एसईसीएल से पर्याप्त कोयला नहीं मिल पा रहा है। मड़वा में उत्पादित बिजली तेलंगाना राज्य को अपूर्ति होती है। जिंदल के रायगढ़ व तमनार में स्थित संयंत्रों की चार इकाइयां कोयले की कमी के कारण बंद है। जिंदल संयंत्र की इकाइयों में कुछ तकनीकी खराबी भी है। रायगढ़ में ही स्थित टीआरएम एनर्जी की 300 मेगावाट क्षमता वाली एक यूनिट तथा जांजगीर चांपा में स्थित डीबी पावर की 600 मेगावाट क्षमता वाली दो नम्बर इकाई भी ईंधन की कमी के कारण उत्पादन से बाहर है।
इन कंपनियों की यूनिट है बंद
कंपनी                     यूनिट क्र.   क्षमता   कब से बंद
मड़वा                          1               600     26 अक्टूबर
डीबी पावर                  2               600     15 नवम्बर
टीआरएन एनर्जी          1               300     1 अक्टूबर
जेपीएल स्टेज-2           1                600     16 मार्च
जेपीएल स्टेज-1           4                250      10 अगस्त
जेपीएल स्टेज-1           2                250      30 अगस्त
जेपीएल स्टेज-2          4                600       28 सितम्बर

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