श्रम एवं रोजगार मंत्रालय (Ministry of Labour and Employment) और रैपिडो (Rapido) ने आज नई दिल्ली में समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए। यह राष्ट्रीय कैरियर सेवा (एनसीएस) पोर्टल के माध्यम से लॉजिस्टिक्स क्षेत्र में रोजगार संबंधों को मजबूत करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। केंद्रीय श्रम एवं रोजगार मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया और श्रम एवं रोजगार राज्य मंत्री सुश्री शोभा करंदलाजे की उपस्थिति में समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए।
इस अवसर पर डॉ. मांडविया ने कहा, “नेशनल करियर सर्विस पोर्टल गतिशील मंच है जो पूरे भारत में नौकरी चाहने वालों और नियोक्ताओं को एक साथ लाता है। 1 करोड़ 75 लाख से अधिक सक्रिय नौकरी चाहने वालों और 40 लाख से अधिक पंजीकृत नियोक्ताओं के साथ, यह कार्यबल जुटाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। एनसीएस दिन-प्रतिदिन मजबूत होता जा रहा है। यह माई भारत, ईश्रम, एसआईडीएच, एमईए-ईमाइगार्टे पोर्टल और कई अन्य निजी पोर्टलों के साथ एकीकृत है।”
डॉ. मांडविया ने इस सहयोग का स्वागत किया। उन्होंने 1-2 वर्षों की अवधि में एनसीएस प्लेटफॉर्म पर 50 लाख आजीविका के अवसर लाने की रैपिडो की पहल की सराहना की। प्लेटफॉर्म की पहुंच और सुलभता की जानकारी देते हुए, केंद्रीय मंत्री ने एनसीएस को रोजगार, कौशल और परामर्श के लिए वन-स्टॉप समाधान बनाने और साथ ही हाइपरलोकल जॉब मैचिंग और घरेलू एवं अंतरराष्ट्रीय दोनों तरह के प्लेसमेंट का समर्थन करने में सक्षम बनाने के सरकार के दृष्टिकोण को दोहराया।
केंद्रीय श्रम और रोजगार राज्य मंत्री सुश्री शोभा करंदलाजे ने एनसीएस और रैपिडो के सहयोग पर प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने महिलाओं के लिए 5 लाख नौकरियों सहित महिला रोजगार पर ध्यान केंद्रित करने के लिए रैपिडो को बधाई दी।
श्रम और रोजगार सचिव ने बताया कि यह समझौता ज्ञापन बदलते रोजगार बाजार के मद्देनजर बहुत महत्वपूर्ण है जिसमें नौकरी के अवसर महत्वपूर्ण घटक बन रहे हैं। यह सहयोग रोजगार सुविधा के लिए मंत्रालय के विकसित दृष्टिकोण का प्रतिबिंब है – जो समावेशिता, नवाचार और प्रभाव पर आधारित है। उन्होंने लैंगिक समावेशिता पर ध्यान केंद्रित करने के लिए रैपिडो की सराहना की।
रैपिडो के सह-संस्थापक श्री पवन गुंटुपल्ली ने इस सहयोग के लिए मंत्रालय को धन्यवाद दिया। उन्होंने इस बात पर बल दिया कि इस भागीदारी से रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। उन्होंने रैपिडो की “पिंक रैपिडो” पहल का उल्लेख किया, जो विशेष रूप से महिलाओं के लिए है। उन्होंने एनसीएस और श्रम मंत्रालय के साथ जुड़ने पर प्रसन्नता व्यक्त की तथा सफल भागीदारी की आशा व्यक्त की।
यह निजी नियोक्ताओं/पोर्टलों, अन्य प्रमुख रोजगार/गिग प्लेटफार्मों आदि के साथ समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर करने की श्रृंखला में एक कदम है। इसका उद्देश्य नौकरी चाहने वालों और निजी क्षेत्र के रोजगार के बीच की खाई को पाटना है जिससे नौकरी की सुविधा में सार्वजनिक-निजी समन्वय के लिए समग्र दृष्टिकोण को सक्षम किया जा सके।
समझौता ज्ञापन के मुख्य बिंदु:
- रैपिडो नियमित रूप से एनसीएस पोर्टल पर बाइक टैक्सी, ऑटो और कैब चलाने के लिए सत्यापित रैपिडो अवसरों को पोस्ट करेगा और इसके माध्यम से भर्ती करेगा।
- एपीआई-आधारित एकीकरण उपयोगकर्ताओं के लिए वास्तविक समय में नौकरी पोस्टिंग और निर्बाध आवेदन ट्रैकिंग सुनिश्चित करेगा।
- समावेशी भर्ती पर ध्यान केंद्रित करना, विशेष रूप से युवाओं, महिलाओं और लचीले काम की तलाश करने वालों के लिए रोजगार के अवसरों को बढ़ावा देना।
- इस साझेदारी से संरचित ऑनबोर्डिंग, डिजिटल सशक्तिकरण और श्रमिक कल्याण योजनाओं के बारे में जागरूकता को बढ़ावा मिलने की आशा है।
श्रम एवं रोजगार मंत्रालय एनसीएस पोर्टल के माध्यम से सभी क्षेत्रों में रोजगार परिणामों में सुधार करने के लिए प्रतिबद्ध है। यह भारत के विविध कार्यबल के लिए सक्षम पारिस्थितिकी तंत्र को बढ़ावा देने के लिए निजी क्षेत्र के साथ जुड़ना जारी रखेगा।