रांची, 22 जून। कोल इंडिया लिमिटेड (CIL) की अनुषांगिक कंपनी सेंट्रल कोलफील्ड्स लिमिटेड (CCL) ने चालू वित्त वर्ष में दो नई कोयला खदानों से उत्पादन शुरू करने की योजना बनाई है। इससे कंपनी की उत्पादन क्षमता में सालाना एक से 1.2 करोड़ टन की बढ़ोतरी होगी।
यह कदम इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि सेंट्रल कोलफील्ड्स लिमिटेड का लक्ष्य चालू वित्त वर्ष में 11 करोड़ टन और 2030 तक 15 करोड़ टन उत्पादन के आंकड़े को पार करना है।
सीसीएल के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक (सीएमडी) नीलेन्दु कुमार सिंह ने यहां संवाददाताओं से कहा, “हमने इस साल दो नई खदानें खोलने की योजना बनाई है।“
कंपनी की योजना अक्टूबर तक 50 लाख टन (एमटी) की अधिकतम क्षमता वाले कोटरे बसंतपुर ब्लॉक (कोकिंग कोयला खान) में उत्पादन शुरू करने की है। वहीं 1.5 करोड़ टन सालाना क्षमता की खुली चंद्रगुप्त खान परियोजना (गैर-कोकिंग कोयला) के मामले में उत्पादन मार्च, 2026 तक शुरू होने की उम्मीद है।
कंपनी ने बीते वित्त वर्ष 2024-25 में 8.75 करोड़ टन कोयले का उत्पादन किया। यह सीसीएल का अबतक का सबसे ऊंचा सालाना उत्पादन है।
CMD सिंह ने कहा कि सीसीएल को 2030 तक 15 करोड़ टन उत्पादन का लक्ष्य हासिल करने के लिए अभी से तैयारी शुरू करने की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि कंपनी 15 करोड़ टन के उत्पादन लक्ष्य को हासिल करने के लिए मौजूदा खदानों की क्षमता बढ़ाने और नई खदानों को उत्पादन में लाने का काम तेजी से करने पर ध्यान देगी।
सीसीएल फिलहाल झारखंड के आठ जिलों में 35 खुली खदानों और तीन भूमिगत खानों का परिचालन करती है।