अटल पेंशन योजना: 4 करोड़ से ज्यादा लोग जुड़े, 60 साल की उम्र से हर महीने मिलेगी पेंशन

कामगारों, गरीब, शोषित वर्ग के सुरक्षित भविष्य के लिए शुरी की गई अटल पेंशन योजना लोगों की पहली पसंद बनती जा रही है। इसका प्रमाण है कि मार्च 2022 तक अटल पेंशन योजना के तहत कुल नामांकन ने 4.01 करोड़ के आंकड़े को पार कर लिया है।

भाग-दौड़ भरी जिंदगी में हर किसी को अपने भविष्य की चिंता रहती है। बुढ़ापे में आमदनी के स्रोत को लेकर लोग तमाम जुगत करते हैं। ऐसे ही लोगों के लिए केंद्र सरकार ने अटल पेंशन योजना की शुरुआत की। कामगारों, गरीब, शोषित वर्ग के सुरक्षित भविष्य के लिए शुरी की गई अटल पेंशन योजना लोगों की पहली पसंद बनती जा रही है। इसका प्रमाण है कि मार्च 2022 तक अटल पेंशन योजना के तहत कुल नामांकन ने 4.01 करोड़ के आंकड़े को पार कर लिया है।

क्या है अटल पेंशन योजना

अटल पेंशन योजना पीएफआरडीए द्वारा प्रशासित भारत सरकार की सुनिश्चित पेंशन योजना है। केंद्र सरकार द्वारा 1 जून 2015 को शुरू की गयी थी। इस योजना में 18 से 40 वर्ष के लोग शामिल हो सकते है। योजना किसी भी नागरिक को बैंक या डाकघर की शाखाओं, जहां उसका बचत बैंक खाता है, के माध्यम से शामिल होने की अनुमति देती है। योजना में शामिल होने पर ग्राहक को 60 वर्ष की उम्र तक प्रीमियम राशि (किस्त) जमा करनी होगी। 60 वर्ष के बाद ग्राहक को 1000 से 5000 रुपये तक मासिक पेंशन दी जाएगी। ग्राहक की मृत्यु के बाद उसके जीवनसाथी को समान पेंशन का भुगतान किया जाएगा और ग्राहक और उसके जीवनसाथी, दोनों के निधन पर ग्राहक की 60 वर्ष की आयु तक जमा की गई पेंशन राशि नामांकित व्यक्ति को वापस कर दी जाएगी।

कितनी राशि करनी होगी जमा

इस स्कीम में ग्राहक को हर महीने प्रीमियम की राशि देनी होती है। योजना के तहत अगर कोई लाभार्थी 18 वर्ष की आयु में इस योजना से जुड़ना चाहता है, तो उन्हें 210 रुपये का प्रीमियम हर महीने देना होगा। अगर यही पैसा हर तीन महीने में देते हैं तो 626 रुपये और छह महीने में देने पर 1,239 रुपये देने होंगे। इसके अलावा जिनकी आयु 40 वर्ष है, तो उन्हें 297 से लेकर 1 ,454 रुपये तक का प्रीमियम देना होगा। वहीं हर महीने 1000 रुपये पेंशन पाने के लिए 18 साल की उम्र में सिर्फ 42 रुपये देने होंगे।

2021-22 में 99 लाख से अधिक खाते

वित्त मंत्रालय के मुताबिक 99 लाख से अधिक अटल पेंशन योजना के खाते वित्तीय वर्ष 2021-22 के दौरान खोले गए थे। सभी श्रेणी के बैंकों की सक्रिय भागीदारी के कारण इस योजना को यह जबरदस्त सफलता मिली। लगभग 71 प्रतिशत नामांकन सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों द्वारा, 19 प्रतिशत नामांकन क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों द्वारा, 6 प्रतिशत नामांकन निजी क्षेत्र के बैंकों द्वारा, 3 प्रतिशत नामांकन भुगतान एवं लघु वित्त बैंकों द्वारा किया गया।

44 प्रतिशत महिला ग्राहक

वहीं 31 मार्च 2022 तक अटल पेंशन योजना के तहत कुल नामांकन में से, लगभग 80 प्रतिशत ग्राहकों ने 1000 रुपये की पेंशन योजना और 13 प्रतिशत ग्राहकों ने 5000 रुपये की पेंशन योजना का विकल्प चुना है। अटल पेंशन योजना के कुल ग्राहकों में से 44 प्रतिशत महिला ग्राहक हैं जबकि 56 प्रतिशत पुरुष ग्राहक हैं। इसके अलावा, अटल पेंशन योजना के कुल ग्राहकों में से 45 प्रतिशत ग्राहकों की आयु 18 वर्ष से 25 वर्ष के बीच है।

नामांकन के डिजिटल मोड को बढ़ावा देने की रणनीति

वर्ष 2021 में स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर अपने भाषण में, पीएम मोदी ने प्रत्येक पात्र व्यक्ति को अटल पेंशन योजना का लाभ पहुंचाने सहित सरकार की विभिन्न सामाजिक सुरक्षा योजनाओं की संतृप्ति पर जोर दिया। सरकार के संतृप्ति मिशन के अनुरूप, पीएफआरडीए (Pension Fund Regulatory and Development Authority-PFRDA) ने देश भर में सभी एसएलबीसी और आरआरबी के सहयोग से आउटरीच कार्यक्रम आयोजित करने का बीड़ा उठाया है। वित्तीय वर्ष 2021-22 के दौरान, ऐसे 13 आउटरीच कार्यक्रम आयोजित किए गए और शेष कार्यक्रम चालू वित्तीय वर्ष में आयोजित किए जायेंगे।

पीएफआरडीए ने वेबिनार और टाउन हॉल की बैठकों के माध्यम से अटल पेंशन योजना के आउटरीच कार्यक्रमों के लिए अन्य केंद्रीय मंत्रालयों, राज्य सरकारों और एनआरएलएम/एसआरएलएम जैसी एजेंसियों को शामिल करते हुए, जन ​​धन खाताधारकों को लक्षित करने, युवाओं को लक्षित करने के लिए नामांकन के डिजिटल मोड को बढ़ावा देने की रणनीति बनाई है।

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