BMS K Lakshma Reddy
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बिलासपुर, 25 अगस्त। भारतीय मजदूर संघ (BMS) के कोल प्रभारी के. लक्ष्मा रेड्डी ने जेबीसीसीआई- XI (JBCCI- XI) के गठन का श्रेय लिया है। उन्होंने कहा कि बीएमएस के कारण ही जेबीसीसीआई- XI का गठन हो सका है।

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एसईसीएल के दौरे के दौरान जमुना कोतमा क्षेत्र में भारतीय मजदूर संघ के कोल प्रभारी ने स्थानीय मीडिया से चर्चा में यह बात कही। श्री रेड्डी ने कहा कि कोल सेक्टर के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ कि पिछला वेतन समझौता खत्म होने के 45 दिन पूर्व ही जेबीसीसीआई का गठन कर लिया गया। बीएमएस की वजह से यह संभव हो सका। पहले जेबीसीसीआई के गठन के लिए यूनियन को संघर्ष करना पड़ता था।

मीडिया के इस सवाल पर कि बीएमएस केन्द्र सरकार का समर्थक यूनियन है, तो दबाव डालकर कोयला कामगारों के वेतन समझौते को शीघ्र पूरा क्यों नहीं करा देता है। इस पर रेड्डी ने कहा कि बीएमएस एक गैर राजनीतिक श्रमिक संगठन है। वेतन समझौते के लिए जोर लगाया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि बीएमएस एक ऐसा यूनियन है जो फ्रंट पर आकर मजदूरों के हक की लड़ाई लड़ता है। एक सवाल के जवाब में श्री रेड्डी ने कहा कि चार नए लेबर कोड में बीएमएस ने दो का स्वागत किया है, लेकिन इंडस्ट्रीयल सहित अन्य एक कोड के प्रावधानों को लेकर आपत्ति दर्ज कराई गई है।

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बीएमएस मुद्दों के साथ खड़ा रहता है। अन्य ट्रेड यूनियन अच्छे का अच्छा नहीं कहते और गलत को गलत भी नहीं कहते हैं। वे केवल राजनीति करते हैं।

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