कोल इंडिया परिवार की मासूम बेटी के जीवन रक्षा की मुहिम शुरू, CITU- HMS- CEWA के नेताओं ने चेयरमैन को लिखा पत्र

सृष्टि रानी को नया जीवन देने की कुछ श्रमिक संगठनों ने पहल की है। इसके लिए कोल इंडिया चेयरमैन को पत्र भेजा गया है कि प्रबंधन कोयला कामगार की मासूम बेटी के इलाज के लिए 22 करोड़ रुपए की व्यवस्था करे।

सृष्टि रानी को नया जीवन देने की कुछ श्रमिक संगठनों ने पहल की है। इसके लिए कोल इंडिया चेयरमैन को पत्र भेजा गया है कि प्रबंधन कोयला कामगार की मासूम बेटी के इलाज के लिए 16 करोड़ रुपए की व्यवस्था करे।

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सीटू के उपाध्यक्ष एवं भारतीय कोयला उद्योग कल्याण परिषद के सदस्य बीएस पांडेय ने सीआईएल चेयरमैन को पत्र लिखा है। इसमें उन्होंने बताया है कि सतीश कुमार रवि की 22 माह की पुत्री स्पाइनल मस्कुलर अट्रोफी से पीड़ित है, जिसका इलाज एम्स, दिल्ली में चल रहा है। सृष्टि का जीवन बचाने एक इंजेक्शन की आवश्यकता है, जिसकी कीमत लगभग 16 करोड़ रुपए है।

सीटू नेता ने बताया कि श्री रवि ने एम्स के इजाल के स्टीमेट को सीएमएस, एसईसीएल बिलासपुर के समक्ष प्रस्तुत किया था। सीएमएस ने उनसे कहा कि आप इसे चेयरमैन कोल इंडिया को भेजिए। श्री रवि ने चेयरमैन का यह स्टीमेट भेजा है। श्री पांडेय ने कहा कि नियमानुसार सीएमएस, एसईसीएल बिलासपुर द्वारा ही वर्णित इंजेक्शन की व्यवस्था की जानी चाहिए थी, क्योंकि सृष्टि के जीवन रक्षा के लिए वही इंजेक्शन एकमात्र और अंतिम विकल्प है। सीटू ने नेता ने चेयरमैन से आग्रह किया है कि रवि की पुत्री के जीवन रक्षा के लिए अविलंब इलाज का खर्च स्वीकृत करने का आदेश निर्गत करें।

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इसी तरह कोयला श्रमिक सभ एचएमएस के नेता एवं जेबीसीसीआई सदस्य शिवकुमार यादव ने भी सीआईएल चेयरमैन को पत्र लिखा है। श्री यादव ने कह है कि इलाज की राशि हमारी चिकित्सा नीति के उद्देश्यों के दायरे के बिल्कुल बाहर नहीं है। इस स्वीकृति पर पूरे कोल इंडिया के कामगारों की निगाहे हैं।

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एचएमएस नेता ने सीआईएल चेयरमैन से अपील करते हुए कहा है कि उक्त राशि के स्वीकृति प्रदान कर कामगारों के विश्वास को जीवित रखते हुए यह संदेश भेजा जाए कि कोई भी कामगार या उनके परिजन कोल इंडिया चिकित्सा नीति में हमेशा सुरक्षित रहेंगे।

कोल एम्लाइज वेलफेयर एसोसिएशन (CEWA) के केन्द्रीय सचिव संजीव श्रीवास्तव ने सीआईएल चेयरमैन के पत्र भेज कर सृष्टि के इलाज के लिए राशि उपलब्ध कराने आग्रह किया है।

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यहां बताना होगा कि सीआईएल की सबसे बड़ी कोयला उत्पादक कंपनी एसईसीएल के दीपका परियोजना में नियोजित सतीश कुमार रवि की 22 माह की पुत्री सृष्टि रानी स्पाइनल मस्कुलर अट्रोफी (Spinal Muscular Atrophy) नामक बीमारी से पीड़ित है और एक फरवरी, 2021 से वेंटिलेटर पर है। नई दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) में उपचारार्थ सृष्टि रानी की जान बचाने के लिए चिकित्सकों को Zolgensma नाम की दवा (देखें AIIMS द्वारा जारी पत्र) की जरूरत है। इस दवा की कीमत लगभग 16 करोड़ रुपए है।

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