नई दिल्ली, 12 नवम्बर। कोयला कामगारों के 11वें वेतन समझौते को लेकर कोल इंडिया के निदेशक (कार्मिक) विनय रंजन ने कहा है कि से जल्द ही अंतिम रूप दे दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि वेतन समझौते को लेकर जेबीसीसीआई की बातचीत सही दिशा में आगे बढ़ रही है।

डिपार्टमेंट ऑफ पब्लिक इंटरप्राइजेज (DPE) की गाइडलाइन को लेकर विनय रंजन ने कहा कि इसमें छूट देने को लेकर दिशा- निर्देश मांगा गया है। ताकि अधिकारियों और कर्मचारियों के बीच वेतन विसंगति की कोई स्थिति निर्मित न हो।

प्रभात खबर में प्रकाशित समाचार के अनुसार श्री रंजन ने कहा कि वर्तमान में कोल इंडिया की अनुषांगिक कपंनियों में करीब 65 फीसदी उत्पादन आउटसोर्स से हो रहा है। कंपनी चाहती है कि विभागीय उत्पादन ज्यादा से ज्यादा बढ़े। इसके लिए कामगारों को और स्किल करने की जरूरत है। कंपनी को ज्यादा मैकनाइज करने की दिशा में भ्ज्ञी काम हो रहा है।

कंपनी का उत्पादन लागत कम करने लिए बिजली से चलने वाली मशीने और वाहनों को लाने की योजना है, इससे कंपनी एक बिलियन टन के उत्पादन लक्ष्य की ओर बढ़ेगी और उत्पादन लागत में भी कमी आएगी। श्री रंजन ने कहा कि कंपनी में अधिकारियों की कमी है।

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