केंद्रीय कोयला, खान और संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने ऑस्ट्रेलिया के पूर्व प्रधानमंत्री और विशेष व्यापार दूत  टोनी ऐबट के नेतृत्व में आये एक उच्चस्तरीय शिष्टमंडल के साथ चर्चा की।

ऑस्ट्रेलिया के शिष्टमंडल ने श्री जोशी के साथ भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच व्यापारिक और आर्थिक रिश्ते बढ़ाने पर बातचीत की। बातचीत में खासतौर से ऊर्जा सेक्टर में गतिविधियों को बढ़ाने पर गौर किया गया, जिसमें भारत की ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने तथा भारत की महत्त्वाकांक्षी नीतिगत एजेंडा के समर्थन में ऑस्ट्रेलिया के संसाधनों का इस्तेमाल शामिल था।

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श्री टोनी ऐबट के साथ भारत स्थित ऑस्ट्रेलिया के उच्चायुक्त श्री बैरी ओ’फैरल और ऑस्ट्रेलिया उच्चायोग के आर्थिक सलाहकार श्री ह्यू बॉयलन भी मौजूद थे।

मौजूदा सरकार के दौर में कोयला सेक्टर को खोलने के बारे में शिष्टमंडल को जानकारी देते हुये श्री जोशी ने कहा कि भारत में ऊर्जा के प्रमुख स्रोत के रूप में कोयले का बहुत महत्त्व है।

उन्होंने बताया कि भारत सरकार देश में कोयला उत्पादन को बढ़ाने के समुचित प्रयास कर रही है।

श्री जोशी ने ऑस्ट्रेलिया के शिष्टमंडल से आग्रह किया कि ऊपरी सतह और गहराई में मौजूद कोयले को गैस में बदलकर उस गैस को बाहर लाने तथा कोयले की सतह पर प्राकृतिक रूप से उत्पन्न मिथेन गैस, आदि को निकालने में ऑस्ट्रेलिया सहयोग करे और इन क्षेत्रों से सम्बंधित प्रौद्योगिकी प्रदान करे।

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मंत्री ने कहा कि बिजली से चलने वाले वाहनों के लिये जो कारगर और जरूरी खनिज हैं, वे सब ऑस्ट्रेलिया में उपलब्ध हैं तथा भारत में बिजली वाहनों के निर्माण के लिये ऑस्ट्रेलिया महत्त्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।

चर्चा में कोयला मंत्रालय के सचिव डॉ. अनिल कुमार जैन, खान मंत्रालय के सचिव आलोक टंडन और दोनों मंत्रालयों के आला अधिकारियों ने भी हिस्सा लिया।

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