केंद्रीय कोयला एवं खान मंत्री श्री जी. किशन रेड्डी ने आज सीएमपीएफओ (CMPFO) का एक वेब पोर्टल सी केयर्स संस्करण 2.0 लांच किया, जिसे सेंटर फॉर डेवलपमेंट ऑफ एडवांस्ड कंप्यूटिंग (सी-डैक) द्वारा विकसित और डिजाइन किया गया है।
इस अवसर पर कोयला मंत्रालय के सचिव श्री विक्रम देव दत्त के साथ-साथ कोयला मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी और आयुक्त, सीएमपीएफओ भी उपस्थित थे।
कोयला खान भविष्य निधि संगठन (सीएमपीएफओ) कोयला क्षेत्र के श्रमिकों को सामाजिक सुरक्षा प्रदान करने के उद्देश्य से भविष्य निधि और पेंशन योजनाओं के प्रशासन के लिए 1948 में स्थापित एक स्वायत्त संगठन है। यह संगठन वर्तमान में लगभग 3.3 लाख भविष्य निधि ग्राहकों और कोयला क्षेत्र के 6.3 लाख पेंशनभोगियों को सेवाएं प्रदान कर रहा है।
पोर्टल का वर्तमान संस्करण कोयला श्रमिकों, कोयला, प्रबंधन और सीएमपीएफओ को एक एकीकृत डिजिटल प्लेटफॉर्म पर लाकर पीएफ/पेंशन संवितरण को सुव्यवस्थित करने के उद्देश्य से विकसित किया गया है। यह उपयोगकर्ता-अनुकूल प्रणाली पारदर्शिता बढ़ाती है, जवाबदेही सुनिश्चित करती है और दावा शुरू करने से लेकर कोयला श्रमिक के खाते में देय राशि के भुगतान तक निर्बाध सहायता प्रदान करती है।
ये मॉड्यूल दावों को वास्तविक समय में ट्रैक करने की अनुमति देता है, जिससे कोयला क्षेत्र के श्रमिकों को अधिक आसानी, पारदर्शिता और प्रभावशीलता के साथ सामाजिक सुरक्षा प्रदान करने के उद्देश्य को पूरा करने के लिए निपटान का समय कम हो जाता है।
इस अवसर पर बोलते हुए श्री रेड्डी ने कहा कि यह पोर्टल ‘न्यूनतम सरकार, अधिकतम शासन’ के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के डिजिटल इंडिया के विजन की दिशा में एक कदम है। मंत्री महोदय ने कहा कि यह पोर्टल पारदर्शिता, पहुंच और सहुलियत को बढ़ावा देता है। श्री रेड्डी ने कोयला मंत्रालय से पोर्टल को अद्यतन रखने और श्रमिकों से इनपुट स्वीकार करने का भी आग्रह किया।
कोयला मंत्रालय के सचिव, श्री विक्रम देव दत्त ने अपने संबोधन में कहा कि यह पहल कोयला क्षेत्र के श्रमिकों के कल्याण के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाती है। कोयला मंत्रालय की अपर सचिव श्रीमती रूपिंदर बरार ने न्यूनतम समय में परियोजना को पूरा करने के लिए पोर्टल के पीछे काम करने वाली टीम की सराहना की।
सी केयर्स संस्करण 2.0 का शुभारंभ सीएमपीएफओ की डिजिटलीकरण यात्रा में एक महत्वपूर्ण छलांग है, जहां नया लॉन्च किया गया मॉड्यूल सीएमपीएफओ के सदस्यों के खाते में सीधे भविष्य निधि धन और पेंशन वितरित करने में मदद करेगा। प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण मॉड्यूल को सीडैक ने भारतीय स्टेट बैंक के सहयोग से विकसित किया था।
वित्तीय मॉड्यूल को इस तरह से विकसित किया गया है कि यह कोयला कंपनी द्वारा प्रस्तुत डेटा के आधार पर सीएमपीएफओ के सदस्यों के पीएफ और पेंशन खाते के स्वचालित अपडेट की सुविधा प्रदान करता है।
वर्तमान में, यह मॉड्यूल पांच क्षेत्रीय कार्यालयों के लिए शुरू किया गया है, अर्थात् क्षेत्रीय कार्यालय गोदावरीखानी और कोठागुडेम (एससीसीएल), क्षेत्रीय कार्यालय आसनसोल- I (ईसीएल), क्षेत्रीय कार्यालय बिलासपुर (एसईसीएल) और क्षेत्रीय कार्यालय नागपुर (डब्ल्यूसीएल) के लिए शुरू किया गया है। इसे एक जुलाई से सीएमपीएफओ के शेष क्षेत्रीय कार्यालयों तक बढ़ाया जाएगा।
सी केयर्स वर्जन 2.0 में सदस्य के लिए एक मोबाइल एप्लीकेशन भी है, जहां सदस्य अपनी प्रोफाइल, रोजगार प्रोफाइल देख सकता है, दावों को ट्रैक कर सकता है, शिकायतें रख सकता है और अपना अद्यतन पीएफ शेष भी देख सकेगा। मोबाइल ऐप में चैट-बॉट सहायक के साथ आता है जो सदस्य को वांछित जानकारी प्राप्त करने में मदद करता है। मोबाइल ऐप सभी सीएमपीएफ सदस्यों के लिए उपलब्ध है।
वर्तमान मॉड्यूल में कोयला कंपनी के साथ-साथ सीएमपीएफओ के लिए एक निर्धारक डैशबोर्ड भी है जो पूर्व-निर्धारित प्रारूप में कस्टम रिपोर्ट तैयार कर सकता है। यह पीएफ/पेंशन दावा निपटान के रुझानों को परिभाषित कर सकता है और दावा निपटान के आंकड़े भी प्रदान कर सकता है जिसके आधार पर तेज़ी से सेवा वितरण के लिए कार्य प्रक्रियाओं में सुधार के लिए पूर्वानुमान लगाए जा सकते हैं।
इस प्रगतिशील कदम के साथ, मंत्रालय ने न केवल पारदर्शिता और दक्षता के स्तंभों को मजबूत किया है, बल्कि देश भर में प्रत्येक कोयला श्रमिक के कल्याण और सशक्तिकरण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को भी मजबूत किया है।