भारत सरकार की मिनिरत्न व कोल इंडिया लिमिटेड की अनुषंगी कंपनी नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (NCL) की 38वीं वार्षिक आम बैठक शुक्रवार को वीसी के माध्यम से कंपनी के सिंगरौली स्थित मुख्यालय में संपन्न हुई।

वार्षिक आम बैठक में एनसीएल की होल्डिंग कंपनी कोल इंडिया लिमिटेड के चेयरमैन प्रमोद अग्रवाल, एनसीएल के सीएमडी भोला सिंह, कोल इंडिया के निदेशक (कार्मिक) विनय रंजन, एनसीएल के निदेशक (तकनीकी/संचालन) डॉ अनिंद्य सिन्हा, निदेशक (कार्मिक) मनीष कुमार, निदेशक (वित्त) रजनीश नारायण, निदेशक (तकनीकी/ परियोजना एवं योजना) जितेंद्र मलिक, एनसीएल के स्वतंत्र निदेशक श्रीमती सुबीना बंसल एवं अंकेक्षक गण शामिल हुए ।

38वीं वार्षिक आम बैठक के दौरान एनसीएल के वित्तीय वर्ष 2022-23 के दौरान हुई गतिविधियों व उत्कृष्ट प्रदर्शन का विस्तृत ब्योरा प्रस्तुत किया गया।

एनसीएल सीएमडी श्री भोला सिंह ने 38वीं वार्षिक आम बैठक को संबोधित करते हुए बताया कि एनसीएल ने सभी पैमानों पर 2022-23 में शानदार प्रदर्शन किया है ।

एनसीएल ने विभिन्न चुनौतियों को पार करते हुए वित्तीय वर्ष 2022-23 में 7.14 % की वृद्धि के साथ 131.17 मिलियन टन कोयला उत्पादन किया है। साथ ही 6.25% की वृद्धि के साथ देश की प्रमुख बिजली घरों सहित अपने उपभोक्ताओं को 133.51 मिलियन टन कोयला का प्रेषण किया है।

उन्होंने बताया कि एनसीएल ने स्थापना से लेकर अभी तक अधिभार हटाव में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए वित्तीय वर्ष 2022-23 में 28.92% वार्षिक वृद्धि के साथ 467.54 मिलियन क्यूबिक मीटर का अधिभार हटाया है ।

एनसीएल ने देश की ऊर्जा आकांक्षाओं के अनूरूप विगत वर्ष अपने कुल प्रेषण का लगभग 90% (120.42 मिलियन टन) कोयला बिजली क्षेत्र को प्रेषित किया जिसके परिणामस्वरूप एनसीएल पर निर्भर थर्मल पावर प्लांट (टीपीपी) के पास भरपूर कोयले की उपलब्धता रही । एनसीएल का पिछले वर्ष में वित्तीय प्रदर्शन भी शानदार रहा। एनसीएल ने 2022-23 में रु 32,965 करोड़ टर्नओवर के साथ रु 9,357 करोड़ की कर पूर्व आय हासिल की है। एनसीएल ने वित्त वर्ष 2022 -23 के दौरान 2,215.85 करोड़ रुपये का पूंजीगत व्यय किया है ।

नवीनतम प्रद्योगिकी का इस्तेमाल पर रहा ज़ोर

एनसीएल अपने संचालन में लगातार नवीनतम प्रद्योगिकी के इस्तेमाल पर ज़ोर दे रही है। एनसीएल ने ईआरपी, ओआईटीडीएस, नए कोल हैंडिलिंग प्लांट एवं रेपिड लोडिंग सिस्टम, बड़ी क्षमता वाले सरफेस माइनर, इलेक्ट्रॉनिक डेटोनेटर, जीपीएस आधारित वेहिकल ट्रेकिंग सिस्टम (वीटीएस), बायोमेट्रिक उपस्थिति प्रणाली जैसी कई टेक्नालजी को अपनाया है । एनसीएल में ईआरपी के लागू होने से कार्यालयीन कार्य में प्रगति आई है।

व्यावसायिक विविधीकरण को मिल रही नई दिशा

एनसीएल ने अमलोरी परियोजना में अधिभार से रेत निर्माण संयंत्र की स्थापना की है व निगाही क्षेत्र में 50 मेगावाट सौर ऊर्जा संयंत्र की स्थापना पर भी कार्य चल रहा है जो जल्द ही पूर्ण होगा।

एनसीएल उत्पादन एवं प्रेषण के साथ शोध एवं विकास पर भी देश के शीर्ष संस्थानों के साथ कार्य कर रही है ।

सामाजिक उत्थान पर 133 करोड़ से अधिक किया खर्च

सीएमडी भोला सिंह ने बताया कि वित्त वर्ष 2022-23 के दौरान एनसीएल ने सीएसआर पर 133.64 करोड़ रुपये खर्च कर स्थानीय समाज के दीर्घकालिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

गौरतलब है कि एनसीएल को वित्त वर्ष 2023-24 में 135 मिलियन टन कोयला उत्पादन एवं प्रेषण व अधिभार हटाव में 450 मिलियन मिलियन क्यूबिक मीटर के लक्ष्य दिये गए हैं, जिनपर एनसीएल शानदार प्रदर्शन कर रही है ।

उल्लेखनीय है कि एक वित्तीय वर्ष समाप्ति के बाद सबसे कम समय में वार्षिक आम बैठक सम्पन्न कर एनसीएल ने एक नया मानदंड स्थापित किया है।

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