जांजगीर, 01 अगस्त : छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत उत्पादन कंपनी की अटल बिहारी वाजपेयी ताप विद्युत गृह (एबीवीटीपीएस) मड़वा (Madwa Power Plant) नित नई ऊंचाइयों को छू रहा है। विद्युत संयंत्र ने बीते जुलाई माह में सर्वाधिक 89.13 प्रतिशत PLF के साथ 663.09 मिलियन यूनिट विद्युत उत्पादन का नया कीर्तिमान स्थापित किया है।

इस सफलता पर विद्युत कंपनी के अध्यक्ष अंकित आनंद एवं प्रबंध निदेशक एसके कटियार ने मड़वा विद्युत संयंत्र के कार्यपालक निदेशक एसके बंजारा एवं उनकी टीम को बधाई देते हुए शुभकामनाएं प्रेषित की हैं।

अटल बिहारी वाजपेयी ताप विद्युत गृह (एबीवीटीपीएस) मड़वा में 500- 500 मेगावाॅट की आधुनिक दो विद्युत इकाइयां संचालित है। कार्यपालक निदेशक एसके बंजारा ने बताया कि विद्युत संयंत्र ने पिछले रिकार्ड को ध्वस्त करते हुए पूरे एक माह में सर्वाधिक विद्युत उत्पादन का नया कीर्तिमान बनाया है। विद्युत संयंत्र ने वर्ष 2018 में 87.53 प्रतिशत पीएलएफ के साथ 651.2 मिलियन यूनिट विद्युत उत्पादन का कीर्तिमान बनाया था।

राज्य सरकार की मड़वा विद्युत संयंत्र ने नए वित्तीय वर्ष 2023-24 के इन चार माह में विद्युत उत्पादन के साथ विभिन्न क्षेत्रों में भी कीर्तिमान बनाए हैं। इसमें कुल विद्युत उत्पादन 2493.801 मिलियन यूनिट का रिकार्ड बना है। जबकि पिछले साल 1737.112 मिलियन यूनिट का विद्युत उत्पादन दर्ज किया गया था। चालू वित्तीय वर्ष में 756.689 मिलियन यूनिट का अधिक विद्युत उत्पादन का रिकार्ड दर्ज हुआ है।

पहली तिमाही में विद्युत संयंत्र की दोनों की इकाइयों के बेहतर प्रदर्शन की वजह से छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत उत्पादन कंपनी ने विद्युत उत्पादन में देश में पहला प्राप्त किया है। इसके पूर्व भी इकाई क्रमांक एक ने 16 नवंबर 2022 को एक दिवस में 102.01 प्रतिशत पीएलएफ के साथ सर्वाधिक 12.241 मिलियन यूनिट विद्युत उत्पादन का रिकार्ड बनाया है। जबकि विद्युत इकाई क्रमांक दो ने 10 फरवरी 2023 को एक दिवस में 102.74 प्रतिशत पीएलएफ के साथ 12.329 मिलियन यूनिट विद्युत उत्पादन का रिकार्ड बनाया है।

इसी तरह प्लांट लोड फैक्टर (PLF) में बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है। इस वर्ष पीएलएफ 87.69 प्रतिशत है जबकि पिछले वर्ष यह 59.33 प्रतिशत था। पीएएफ. में सीएसईआरसी के लक्ष्य 82 प्रतिशत के विरूद्ध विद्युत संयंत्र ने 87.69 प्रतिशत पीएएफ रिकार्ड दर्ज किया है। जबकि ओवरआल आॅक्जलरी पाॅवर कंज्प्शन में 1.73 प्रतिशत कमी आई है। इस वर्ष ओवरआल आॅक्जलरी पाॅवर कंज्प्शन 5 प्रतिशत है जबकि बीते वित्तीय वर्ष में यह 6.73 प्रतिशत था। फ्यूल की खपत में भी 0.4 मिलीलीटर प्रति किलोवाट अवर की कमी दर्ज की गई है। यह चालू वित्तीय वर्ष में 0.16 मिली प्रति किलोवाट अवर है जबकि यह बीते वित्तीय वर्ष में 0.56 मिलीलीटर प्रति किलोवाट अवर दर्ज किया गया था।

डीएसएम से 5.76 करोड़ रूपए की बचत

विद्युत संयंत्र ने चालू वित्तीय वर्ष की पहली तिमाही में डेविएशन सेटलमेंट मेकेनिजम (डीएसएम) से 5.76 करोड़ रूपए की बचत कर विद्युत कंपनी को लाभ पहुंचाया है। यह पिछले वर्ष के मुकाबले 3.5 करोड़ रूपए ज्यादा है। बीते वित्तीय वर्ष में डीएसएम से 2.26 करोड़ रूपए की बचत हुई थी।

अभियंता एवं कर्मचारियों की अथक मेहनत का नतीजा

कार्यपालक निदेशक एसके बंजारा ने कहा कि यह सफलता सभी अभियंता साथियों एवं कर्मचारियों के निरंतर मेहनत, प्रयास एवं सामंजस्य का नतीजा है। सभी साथियों ने इस लक्ष्य के लिए अथक मेहनत करते हुए अपना बेस्ट परपफार्मेंंस विद्युत कंपनी के हित में दिया है। उम्मीद करता हूं कि आगे भी सभी साथी नए लक्ष्यों के लिए निरंतर मेहनत करते रहंेगे। इस सफलता के लिए सभी को बहुत बधाई एवं शुभकामनाएं प्रेषित करता हूं।

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