नई दिल्‍ली। सैयद मुश्‍ताक अली टी20 ट्रॉफी 7 स्‍थानों पर 10 से 31 जनवरी के बीच खेली जाएगी। इस टूर्नामेंट में 38 टीमें हिस्‍सा लेंगी, जिन्‍हें 6 ग्रुप में विभाजित गया है। कर्नाटक ने टूर्नामेंट के पिछले दो एडिशन जीते हैं और वह इस साल खिताबी हैट्रिक लगाने के इराने से मैदान संभालेगी। बड़ौदा टीम की बात करें तो उसने टूर्नामेंट के लिए मुंबई इंडियंस के ऑलराउंडर क्रुणाल पांड्या को कप्‍तान बनाया है।

दीपक हूडा इस टूर्नामेंट में क्रुणाल पांड्या के उत्‍तराधिकारी होंगे। हालांकि, टीम से एक धाकड़ खिलाड़ी को बाहर कर रास्‍ता दिखाया गया है, जिनका नाम युसूफ पठान है। अनुभवी ऑलराउंडर 2007 से बड़ौदा का प्रतिनिधित्‍व करते हुए आ रहे हैं और वो दो बार की चैंपियन के दूसरे सर्वश्रेष्‍ठ रन स्‍कोरर हैं। पठान ने इस टूर्नामेंट में 28.27 की औसत से 1244 रन बनाए हैं। इस दौरान उनका स्‍ट्राइक रेट 133.47 का रहा। उन्‍होंने करीब 13 साल इस टूर्नामेंट में हिस्‍सा लिया।

2019-20 सत्र में पठान ने बल्‍ले से अच्‍छा प्रदर्शन किया था। उन्‍होंने टूर्नामेंट में 136 रन बनाए थे और उनकी औसत 34 की थी। बड़ौदा के लिए पिछले संस्‍करण में सर्वश्रेष्‍ठ रन स्‍कोरर आदित्‍य वाघमोड़े थे। बाएं हाथ के बल्‍लेबाज ने 45.50 की औसत से 364 रन बनाए थे। इस दौरान उन्‍होंने तीन अर्धशतक जमाए थे। 38 साल के युसूफ पठान को आखिरकार टीम से बाहर का रास्‍ता दिखा दिया गया है। उम्र को देखते हुए यह कहना मुश्किल नहीं होगा कि युसूफ पठान की वापसी की उम्‍मीद कम है। सव्पिनल सिंह और क्रुणाल पांड्या के रहने से ऐसा लगता है कि युसूफ पठान के करियर पर पूर्ण विराम लगने वाला है।

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