संयुक्त राष्ट्र: चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने अमेरिका और उसकी विदेश नीतियों पर निशाना साधते हुए मंगलवार को कहा कि दुनिया को सभ्यताओं की लड़ाई में नहीं फंसना चाहिए.

जिनपिंग ने यह टिप्पणी संयुक्त राष्ट्र महासभा के लिए अपने संबोधन में की. शी की यह टिप्पणी अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा कोरोना वायरस महामारी के लिए चीन की जवाबदेही तय करने की मांग करने के बाद आयी है.

शी चिनफिंग ने संयुक्त राष्ट्र के लिए अपने संबोधन में कहा, ‘बड़े देशों को बड़े देशों जैसे ही काम करने चाहिए.’

‘चीनी वायरस के लिए सिर्फ चीन जिम्मेदार’

बता दें कि इससे पहले अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि ‘चीनी वायरस’ की महामारी को नियंत्रित करने में विफल रहने के लिए संयुक्त राष्ट्र को चीन को जिम्मेदार ठहराना चाहिए. कोरोनावायरस महामारी से पूरी दुनिया में लगभग दस लाख लोगों की मौत हो चुकी है जिनमें दो लाख अमेरिकी नागरिक शामिल हैं.

ट्रंप ने संयुक्त राष्ट्र महासभा के 75वें सत्र के लिए एक वीडियो बयान में कहा, ‘द्वितीय विश्व युद्ध के अंत और संयुक्त राष्ट्र की स्थापना के 75 साल बाद, हम एक बार फिर एक बड़ी वैश्विक लड़ाई में लगे हुए हैं. हमने अदृश्य दुश्मन – चीन वायरस – के खिलाफ एक भयंकर लड़ाई छेड़ दी है, जिसने 188 देशों में कई लोगों की जान ले ली है. ’

ट्रंप ने मांग की कि चीन, जहां से कोरोनावायरस सामने आया है, को इस वायरस को काबू में करने के लिए विफल रहने पर जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए.

उन्होंने कहा, ‘जैसा कि हम उज्ज्वल भविष्य चाहते हैं, हमें उस राष्ट्र को जवाबदेह ठहराना चाहिए जिसने इस महामारी को दुनिया में फैलाया.’

ट्रंप ने कहा कि चीन ने उनके देश (अमेरिका) में उनके यात्रा प्रतिबंध की निंदा की, लेकिन वही उन्होंने (चीन) घरेलू उड़ानों को रद्द कर दिया और नागरिकों को उनके घरों में बंद कर दिया.

ट्रंप ने कहा, ‘वायरस के शुरूआती दिनों में चीन ने घरेलू उड़ानों को तो बंद कर दिया लेकिन उड़ानों को चीन से बाहर जाने और दुनिया को संक्रमित करने की अनुमति दी.’

उन्होंने कहा, ‘चीनी सरकार और विश्व स्वास्थ्य संगठन ने यह गलत घोषणा की कि इस संक्रमण के मानव से मानव में फैलने का का कोई सबूत नहीं है.’

उन्होंने कहा कि अमेरिका टीकों का वितरण करेगा और इस महामारी को समाप्त करेगा.

शीत युद्ध से भी बचने की सलाह

इससे पहले संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित करते हुए संयुक्त राष्ट्र के प्रमुख एंतोनियो गुतारेस ने मंगलवार को चेताया कि दुनिया एक ऐसे भविष्य को बर्दाश्त नहीं कर सकती जहां दो सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाएं दुनिया में दरार पैदा कर दें . उन्होंने देशों से नये शीत युद्ध से बचने के लिए हर संभव प्रयास करने का आग्रह किया. अमेरिका और चीन का नाम लिये बिना गुतारेस ने ये बातें कहीं.

महासचिव ने शांति और सुलह के लिए सामूहिक प्रयासों का आह्वान किया.

उन्होंने कहा, ‘हमें संयुक्त राष्ट्र के नेतृत्व में इस वर्ष के अंत तक वैश्विक युद्ध विराम के लक्ष्य को हासिल करने के लिए एक साझा अंतरराष्ट्रीय प्रयास की आवश्यकता है. हमारे पास 100 दिन हैं. घड़ी की सुई चल रही है.’

गुतारेस ने मंगलवार को संयुक्त राष्ट्र महासभा के 75वें सत्र को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘विश्व को सभी तरह के संघर्षों को रोकने के लिए वैश्विक युद्धविराम की जरूरत है. वही हमें नये शीत युद्ध से भी बचने के लिए हर संभव प्रयास करने होंगे.’

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