कोरबा (आईपी न्यूज़)। कोरोना वायरस को काबू में करने लागू किए गए लॉकडाउन के बीच जरूरतमंदों की मदद के लिए लोग सामने आ रहे हैं। औद्योगिक शहर कोरबा में ऐसे लोगों की बड़ी तादाद है जिनका जीवन यापन रोज की कमाई से चलता है, लेकिन लॉकडाउन ने इस पर ब्रेक लगा दिया है। कई भिक्षु और बाहर से मजदूर आदि भी मुश्किल में हैं। प्रशासन के साथ ही कई सामाजिक संस्थाएं ऐसे लोगों को दो वक्त की रोटी खिलाने में जुटी हुई हैं। इनमें एक संस्था है एक्ट ऑफ़ ह्यूमैनिटी (Act of Humanity)। इस संस्था से जुड़े युवा सदस्य रुहुल खान, जय नायर, आशिफ खान, अफरोज अली, सौरभ घोष, सुधीर विश्वकर्मा, अजय जायसवाल, रतन सौ पैकेट खाना तैयार करते हैं और जरूरतमंदों को वितरित करने निकल पड़ते हैं। तीन दिनों से यह सिलसिला चल रहा है। बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन एरिया, भिक्षुओं की बस्ती, ट्रकर्स आदि को खाने के पैकेट दिए जाते हैं। इन पैकेट्स में पर्याप्त मात्रा में स्पेशल खिचड़ी व आचार रहता है। संस्था के प्रमुख सदस्य रुहुल खान ने बताया कि लॉकडाउन अवधि यानी 14 अप्रैल तक भोजन वितरण का कार्य किया जाएगा। अभी दोपहर का भोजन दिया जा रहा है। दो- तीन दिनों के भीतर ही रात्रि भोजन वितरण की व्यवस्था भी की जाएगी। यहां बताना होगा कि एक्ट ऑफ़ ह्यूमैनिटी द्वारा एक वर्ष से प्रत्येक शनिवार को 200 – 250 अत्यंत जरूरतमंद लोगों को रात का खाना खिलाया जाता है। सही मायने में ये युवा कोरोना वारियर्स हैं।

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