सिंगरौली (IP News).  कोल इंडिया आईटीआई एम्पलाइज एसोसिएशन (सीटिया) के तीन दिवसीय आंदोलन का शनिवार को समापन हुआ। नार्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड एनसीएल की समस्त परियोजना और इकाइयों के महाप्रबंधक कार्यालयों के समक्ष जोरदार प्रदर्शन और नारेबाजी की गई तथा कंपनी के अध्यक्ष सह-प्रबंध निदेशक के नाम ज्ञापन सौंपा गया।

एक प्रतिशत वार्षिक लाभांश की मांग को लेकर सीटिया ने एनसीएल की विभिन्न परियोजनाओं में तीन दिवसीय आंदोलन किया। सीटिया के एनसीएल जोन के महामंत्री बीके पटेल ने बताया की उपरोक्त विषय को लेकर संघ द्वारा दो बार पत्र लिखने के बाद भी प्रबंधन ने किसी भी प्रकार की सूचना का आदान-प्रदान संघ के साथ नहीं किया। अतः संघ को मजबूर होकर आंदोलनात्मक कार्यक्रम का रास्ता अपनाना पड़ा। बावजूद इसके प्रबंधन की ओर से कोई सकारात्मक पहल नहीं होने के कारण कर्मी काफी आक्रोशित हैं।

संघ के केन्द्रीय महासचिव अजय शंकर ने ज्ञापन के दौरान दुधीचुआ में कहा कि कोल इंडिया के 10वें वेतन समझौते में प्रेरणा और मनोबल को ऊँचा रखने के लिये मौजूदा लाभ के साथ पारितोषिक जारी रखने का प्रावधान पूर्ववत अनुसार है। जैसा कि विगत वर्षों में एक प्रतिशत लाभांश कर्मियों में वितरित किया जाता रहा है। यह उन कर्मियों को भीख नहीं बल्कि उनका अधिकार है।

बीके पटेल ने एनसीएल प्रबंधन से अनुरोध किया कि समय रहते श्रमिकों में लाभांश का प्रतिषत अर्थात ₹ 34 हजार 500 रुपए अविलंब घोषित कर भुगतान करने की दिशा में पहल की जाए। अन्यथा संघ द्वारा आंदोलन तेज किया जाएगा। महामंत्री श्री पटेल ने आंदोलनात्मक कार्यक्रम का ब्यौरा भी साझा करते हुए बताया कि 4 दिसम्बर को एनसीएल मुख्यालय सिंगरौली के मुख्य द्वार पर कोविड-19 प्रोटोकाल के साथ कार्यालय अवधि में धरना एवं अपरान्ह 05 बजे प्रदर्शन एवं ज्ञापन सौंपा जाएगा।

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