कोरबा (IP News).  वेदांता समूह की कंपनी भारत एल्यूमिनियम कंपनी लिमिटेड (बालको) कोरबा जिले के 29 गांवों में माहवारी जागरूकता अभियान संचालित कर रही है। इस अभियान के दायरे में लगभग 12000 महिलाएं और किशोरी बालिकाएं शामिल होंगी। अभियान के अंतर्गत संवाद एवं शैक्षणिक सामग्रियों का विमोचन बालको के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं निदेशक अभिजीत पति ने वेदांता समूह की सीएसआर प्रमुख सुश्री लीना वेरेकर की उपस्थिति में किया। वर्चुअल विमोचन समारोह में लगभग 500 महिलाओं और किशोरी बालिकाओं ने भागीदारी की।

श्री पति ने अपने उद्बोधन में कहा कि महिलाओं के स्वास्थ्य पर केंद्रित जागरूकता अभियान बालको और जिला प्रशासन का महत्वपूर्ण कदम है। महिलाओं से जुड़े अत्यंत संवेदनशील विषय पर गोष्ठियों और पत्रिकाओं के माध्यम से जागरूकता का संचार कर हम अपनी बेटियों को सुरक्षित बना रहे हैं। इस जागरूकता अभियान के निश्चित ही सुखद परिणाम होंगे। बालको अपने सामुदायिक विकास कार्यक्रम के जरिए जरूरतमंदों की हरसंभव मदद करने के लिए कटिबद्ध है। श्री पति ने परियोजना से जुड़े जन प्रतिनिधियों, जिला प्रशासन के अधिकारियों, स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं और नागरिकों को उत्कृष्ट कार्य के लिए साधुवाद दिया।

सुश्री लीना वेरेकर ने कहा कि आरोग्य ही सबसे बड़ा धन है। महिलाओं के शिक्षित होने का फायदा परिवार के साथ ही पूरे समाज और राष्ट्र को होता है। उन्होंने इस बात पर प्रसन्नता जताई कि अब महिलाएं अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूक हो रही हैं और संकीर्ण मानसिकता को छोड़कर माहवारी जैसे विषय पर चर्चा कर रही हैं। महिलाओं के व्यवहार में यह परिवर्तन उनके उज्ज्वल भविष्य का संकेत है। बालको के सामुदायिक विकास प्रमुख श्री विवेक सिंह ने बताया कि जिला प्रशासन के मार्गदर्शन में बालको तेजी से अपने लक्ष्य की ओर आगे बढ़ रहा है। महिलाएं और किशोरी बालिकाएं अब दूसरों को जागरूक बनाने में अपना योगदान दे रही हैं।

माहवारी जागरूकता अभियान की क्रियान्वयन एजेंसी स्वयंसेवी संगठन सार्थक के उपाध्यक्ष श्री मेहुल चौहान ने बताया कि वेदांता-बालको के अभियान की विशेषता यह है कि इससे बड़ी संख्या में किशोरी बालिकाओं को जोड़ा गया है। डेढ़ वर्ष से चल रहे चुनौतीपूर्ण अभियान में भागीदारी का अवसर देने के लिए उन्होंने बालको प्रबंधन के प्रति आभार जताया।

ग्राम बेला की सरपंच श्रीमती जया राठिया और ग्राम पाड़ीमार की मितानिन श्रीमती गिरिजा देवी ने कहा कि बालको के अभियान के अंतर्गत वे जी-9 समूह की सदस्य हैं। इस समूह के सदस्य घर-घर जाकर महिलाओं और किशोरियों को माहवारी के प्रति जागरूक बनाने के साथ ही पौष्टिक आहार लेने और स्वच्छता के नियमों का पालन करने के प्रति जागरूक करते हैं। संगोष्ठियां और रैलियां आयोजित की जाती हैं। अब किशोरी बालिकाएं और महिलाएं बिना झिझक स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के साथ अपनी परेशानियां साझा करती हैं। उन्होंने बताया कि परियोजना को महिलाओं और बालिकाओं का खूब सहयोग मिल रहा है और वे इस जागरूकता अभियान का दायरा बढ़ाने में अपना योगदान देते रहेंगे।

क्या है माहवारी जागरूकता अभियान

बालको ने वर्ष 2019 से सार्थक जन विकास संस्थान नामक गैर सरकारी संगठन के सहयोग से 29 गांवों एवं नगर पालिक निगम क्षेत्रों में माहवारी जागरूकता परियोजना लागू की। इसका उद्देश्य महिलाओं और किशोरी बालिकाओं की माहवारी संबंधी विविध भ्रांतियों को दूर कर उन्हें स्वच्छता और स्वास्थ्य के अनेक आयामों से परिचित कराना है। परियोजना के अंतर्गत जी-9 समूह (सरपंच, मितानिन, पार्षद, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, स्व सहायता समूह की क्लस्टर अध्यक्ष) का गठन किया गया है। इस समूह के सदस्य माहवारी संबंधी जागरूकता लक्षित नागरिकों तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। परियोजना के अंतर्गत सैनिटरी नैपकिन बनाने की इकाई स्थापित करने की योजना है। इसके संचालन से महिला समूह आत्मनिर्भर बनेंगे।

वेदांता समूह की कंपनी बालको की ओर से शिक्षा, स्वास्थ्य, स्वावलंबन, आधारभूत संरचना विकास, महिला सशक्तिकरण, जैव-निवेश, आजीविका आदि क्षेत्रों में परियोजनाएं क्रियान्वित हैं। परियोजनाओं के दायरे में छत्तीसगढ़ के लगभग 1.50 लाख जरूरतमंद शामिल हैं। 300 स्व सहायता समूहों के माध्यम से लगभग 4000 महिलाओं के स्वावलंबन एवं सशक्तिकरण में मदद मिल रही है। लगभग 500 एकड़ भूमि पर किसान आधुनिक तकनीकों की मदद से खेती कर रहे हैं। वेदांता स्किल्स स्कूल ने छत्तीसगढ़ के लगभग 9000 जरूरतमंद युवाओं को तकनीकी रूप से प्रशिक्षित कर स्वावलंबी बनने में मदद की है।

बालको के बारे में

भारत एल्यूमिनियम कंपनी लिमिटेड (बालको) देश की प्रमुख एल्यूमिनियम उत्पादक इकाई है। कंपनी की 49 फीसदी अंशधारिता भारत सरकार के और 51 फीसदी अंशधारिता वेदांता लिमिटेड के स्वामित्व में है। वेदांता लिमिटेड दुनिया की 6वीं सबसे बड़ी वैविध्यीकृत प्राकृतिक संसाधन कंपनी है तथा यह कंपनी देश में एल्यूमिनियम का सबसे अधिक उत्पादक करती है। बालको द्वारा कोरबा में 0.57 मिलियन टन प्रति वर्ष उत्पादन क्षमता के एल्यूमिनियम स्मेल्टर का प्रचालन किया जाता है। बालको मूल्य संवर्धित एल्यूमिनियम उत्पादों की अगुवा कंपनी है जिसके उत्पादों का महत्वपूर्ण अनुप्रयोग कोर उद्योगों में किया जाता है। विश्वस्तरीय स्मेल्टर और बिजली उत्पादक संयंत्रों के साथ बालको का ध्येय ‘भविष्य की धातु’ एल्यूमिनियम को उभरते अनुप्रयोगों हेतु प्रोत्साहित करते हुए हरित एवं समृद्ध कल के लिए योगदान करना है।

  • Website Designing