आज  (14 अप्रैल, 2024) को एसईसीएल मुख्यालय में बाबा साहेब डॉ. भीमराव अम्बेडकर की 133 वीं जयंती सीएमडी डॉ प्रेम सागर मिश्रा के मुख्य आतिथ्य एवं निदेशक (वित्त) जी श्रीनिवासन, निदेशक तकनीकी (संचालन) एस.एन. कापरी, निदेशक तकनीकी (योजना/परियोजना) फ्रैंकलिन जयकुमार, निदेशक (कार्मिक) बिरंची दास के विशिष्ट आतिथ्य, विभिन्न विभागाध्यक्षों, विभिन्न श्रमसंघ प्रतिनिधियों, एससी/एसटी एसोसिएशन, सिस्टा के पदाधिकारियों, अधिकारियों, कर्मचारियों, महिलाओं, बच्चों की उपस्थिति में मनाई गई।

इस अवसर पर मुख्य अतिथि सीएमडी डॉ प्रेम सागर मिश्रा ने अपने उद्बोधन में बुद्धं शरणं गच्छामि :, धम्मं शरणं गच्छामि, संघं शरणं गच्छामि : से सीख लेते हुए अपनी संस्था, अपने कर्तव्यों एवं अपने समाज के प्रति हमेशा निष्ठावान रहने एवं बाबा साहेब के समता एवं समानता के विचारों को आत्मसात करने का आह्वान किया।

इस अवसर पर एससी/एसटी/ओबीसी एसोसिएशन, सिस्टा के प्रतिनिधिगण सर्वश्री ओपी नवरंग, कृष्णा सूर्यवंशी, अर्जुन कुमार, राहुल दास ने अपने सम्बोधन में भारत रत्न बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर के जीवन पर विस्तृत प्रकाश डालते हुए कार्यक्रम के आयोजन पर प्रबंधन को धन्यवाद ज्ञापित किया।

प्रारंभ में मुख्य अतिथि, विशिष्ट अतिथिगण ने गौतम बुद्ध एवं बाबा साहेब के चित्र के समीप दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया उपरांत गौतम बुद्ध एवं बाबा साहेब के चित्र पर माल्यार्पण किया तत्पश्चात बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर की स्थापित प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया उपरांत विभागाध्यक्षों, श्रमसंघ पदाधिकारियों, एससी/एसटी एसोसिएशन, सिस्टा के पदाधिकारियों, अधिकारियों, कर्मचारियों ने बारी-बारी से बाबा साहेब की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया।

इस अवसर पर श्रीमती दिशा खोब्रागड़े, प्रबन्धक (सचिवीय) द्वारा बुद्ध वंदना की गयी। कार्यक्रम में उद्घोषणा का दायित्व उप प्रबंधक (राजभाषा) श्रीमती सविता निर्मलकर ने निभाया एवं अंत में उपस्थितों को धन्यवाद ज्ञापित किया।

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