नई दिल्ली, 16 अगस्त। बुधवार को नई दिल्ली में भाजपा की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक छत्तीसगढ़ में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर मंथन किया गया है। इस बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा सहित राजनाथ सिंह, छत्तीसगढ़ के चुनाव सह प्रभारी मनसुख मांडविया के अलावा प्रभारी ओम माथुर, पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव, नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल भी मौजूद थे।

बताया गया है कि छत्तीसगढ़ की लगभग आधी सीटों पर नामों का पैनल तय कर का लिया गया है। पार्टी के अंदरूनी सूत्रों की मानें तो करीब 20 सीटों पर उम्मीदवारों के नामों का ऐलान जल्द कर दिया जाएगा। ये वो विधानसभा क्षेत्र हैं जहां भाजपा कभी नहीं जीत पाई या पार्टी यहां कमजोर रही। बताया गया है कि पार्टी द्वारा कोटा, सीतापुर, खरसिया, जैजेपुर, पामगढ़, कोरबा, मरवाही, पाली तानाखार और दुर्ग ग्रामीण जैसी सीटों पर टिकट के दावेदारों को इशारा कर दिया गया है और तैयारी में जुट जाने कहा गया है।

छत्तीसगढ़ की 90 विधानसभा सीटों को चार कैटगरी में बांटा गया है। ए कैटगरी में वे सीटें हैं, जहां पार्टी हर बार जीतती है। बी में उन सीटों का रखा गया है जहां पार्टी की हार- जीत होती है। सी कैटगरी में वे सीटें हैं जहां भाजपा कमजोर है और डी कैटगरी में उन सीटों का रखा गया है जहां भाजपा कभी नहीं जीती। बताया गया है पार्टी इस बार करीब आधी सीटों पर नए चेहरों को मौका दे सकती है।

इधर, औद्योगिक नगर कोरबा विधानसभा क्षेत्र के अस्तित्व में आने के बाद से ही यहां कांग्रेस का कब्जा है। वर्तमान में छत्तीसगढ़ शासन में राजस्व एवं आपदा प्रबंधन मंत्री का दायित्व संभाल रहे जयसिंह अग्रवाल यहां से विधायक हैं। भाजपा को बीते तीनों चुनाव में इस सीट से हार का सामना करना पड़ा है। इसी तरह कोरबा जिले में स्थित पाली तानाखार विधानसभा क्षेत्र भी कांग्रेस का मजबूत गढ़ है। हालांकि पूर्व में भाजपा यहां से चुनाव जीत चुकी है।

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