रायपुर (IP News). छत्तीसगढ़ की कांग्रेस की राजनीति में हलचल मची हुई है। ढाई- ढाई साल के मुख्यमंत्री पद की चर्चा ने सरगर्मी ला दी है। हालांकि राहुल गांधी के साथ मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव की बैठक के बाद राज्य के प्रभारी पीएल पुनिया ने स्पष्ट कर दिया था कि लीडरशिप में कोई बदलाव नहीं होने जा रहा है। बावजूद इसके अटकलों पर विराम नहीं लगा है।

इधर, स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने एएनआई से चर्चा में कहा कि, “हाई कमांड तय करता है कि पार्टी में किसको क्या काम करना है। कोई व्यक्ति किसी टीम में खेलते हैं तो क्या कप्तान बनने की बात दिमाग में नहीं आती, हर आदमी के मन में ये बात आती है। श्री सिंहदेव ने यह भी कहा कि, ढाई साल के फॉर्मूले की बात तो पार्टी ने कभी भी नहीं कही। मीडिया में बात चल रही थी”।

स्वास्थ्य मंत्री का यह बयान इस ओर इशारा करता है कि वे मुख्यमंत्री पद पर बैठने की पूरी इच्छा रखते हैं और ढाई- ढाई साल का फॉर्मूले की चर्चा यूं ही नहीं हो रही है।

नई दिल्ली से लौटने के बाद सीएम भूपेश बघेल ने बड़े तल्ख लहजे में कहा था कि ढाई साल मुख्यमंत्री बात करने वाले लो छत्तीगढ़ में अस्थिरता लाना चाहते हैं। “मुझे खुशी है कि राहुल और सोनिया गांधी ने मुझे जिम्मेदारी सौंपी है। उनका जब तक आदेश है, तब तक पद पर हूं, जब वे कहेंगे मैं इस्तीफा दे दूंगा. कुछ लोग ढाई-ढाई साल का राग अलापकर छत्तीसगढ़ में अस्थिरता लाने का प्रयास कर रहे हैं, वे सफल नहीं होंगे”।

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