भारत सरकार की मिनीरत्न कंपनी नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (एनसीएल) के सीएमडी पी के सिन्हा शुक्रवार को वैज्ञानिक तथा औद्योगिक अनुसंधान परिषद-राष्ट्रीय पर्यावरण अभि‍यांत्रिकी अनुसंधान संस्‍थान, (सीएसआईआर-नीरी) नागपुर के वैज्ञानिकों से मिले व सिंगरौली परिक्षेत्र में पर्यावरण बेहतरी की दिशा में उठाए जाने वाले विभिन्न पहलूओं पर चर्चा की।

सीएमडी का सीएसआईआर-नीरी का यह दौरा एनसीएल की सिंगरौली परिक्षेत्र पर्यावरण के प्रति संवेदनशीलता को दोहराता है।

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एनसीएल का देश की बढ़ती ऊर्जा आवश्यकताओं के साथ कोयला उत्पादन भी लगातार बढ़ रहा है, इसी दिशा में पर्यावरण संतुलन, पारिस्थितिकी तंत्र को मूल रूप में रखने हेतु व सतत विकास की तरफ बढ्ने की तैयारियों को लेकर सीएमडी एनसीएल व सीएसआईआर-नीरी के वैज्ञानिकों के बीच चर्चा हुई।

सीएसआईआर-नीरी, सिंगरौली व एनसीएल खदानों का अध्ययन कर पर्यावरण बेहतरी की दिशा में एक विश्लेषण रिपोर्ट तैयार कर रही है । साथ ही एनसीएल सीएसआईआर नीरी के साथ मिलकर एक केन्द्रीय एवं वृहद विशेष नर्सरी स्थापित करने की संभावना को भी तलाश रही है।

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एनसीएल अपने परिवेश में पर्यावरण के प्रति बेहद संवेदनशील है, जो वृहद स्तर पर वृक्षारोपण एवं अन्य कई कदम उठा रही है। साथ ही, देश के सर्वोच्च संस्थानों जैसे सीएसआईआर नीरी, आईआईटी बीएचयू, एफआरआई, आईआईएफएम के साथ मिलकर भी कार्य कर रही है।

गौरतलब है कि एनसीएल ने हाल ही में वृक्षारोपण अभियान में अपनी सक्रिय भागीदारी निभाई थी व 1 लाख से अधिक पौधों का रोपण किया ।

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