वित्त मंत्री निर्मला सीतारामन ने कहा है कि अगर ओपेक (प्लस) ग्रुप के हाल ही में घोषित उत्पादन कटौती से ऊर्जा लागत बढ़ती है तो भारत जी-7 के लगाए गए मूल्य सीमा के पास या उससे अधिक रूसी कच्चा तेल खरीद सकता है। सीतारामन ने कहा कि अर्थव्यवस्था में गंभीर हालात को देखते हुए सबसे अच्छे सौदे के लिए हमें लगातार नए सिरे से आकलन करना होगा।

वित्त मंत्री ने कहा कि देश अपनी बड़ी आबादी की सेवा करने के लिए सस्ती कीमतों पर ध्यान देगा। वित्त मंत्री ने वाशिंगटन में अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष स्प्रिंग मीटिंग के मौके पर एक निजी मीडिया संगठन के साथ इंटरव्यू के दौरान यह बात कही।

सीतारामन ने कहा, भारत सरकार यह सुनिश्चित करने के लिए पर्याप्त प्रयास कर रही है कि अर्थव्यवस्था में उछाल बना रहे। उन्होंने कहा, ओपेक (प्लस) आउटपुट कट और रूस-यूक्रेन संघर्ष से संबंधित सभी फैसलों के प्रभाव सहित बाहरी कारक, ऐसी चीजें हैं जो आंतरिक किसी भी चीज़ से अधिक चिंताजनक हैं।

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