नई दिल्ली, 02 जुलाई। कोयला कामगारों के 11वें वेतन समझौते को लेकर जेबीसीसीआई की पांच बैठकों बाद भी काई सकारात्मक परिणाम नहीं आने को लेकर यूनियन ने कोयला मंत्री को पत्र लिखा है।

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यह पत्र हैदराबाद में हुई जेबीसीसीआई की 5वीं बैठक के बाद लिखा गया है। कोयला मंत्री प्रल्हाद जोशी को लिखे गए पत्र में बीएमएस की ओर से सुधीर घुरडे, एचएमएस के नाथूलाल पांडेय, एटक के रामेन्द्र कुमार और सीटू से डीडी रामानंदन ने हस्ताक्षर किए हैं।

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पत्र में कहा गया है कि 11वें वेतन समझौते के लिए समय पर द्विपक्षीय समिति (जेबीसीसीआई) का गठन किया गया था। जेबीसीसीआई की पांच बैठकें हो चुकी हैं, लेकिन अब कोई सकारात्मक परिणाम नहीं आया है। ऐसे में कोयला मजदूर अपने आप को उपेक्षित महसूस कर रहे हैं और आक्रोशित हैं।

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यूनियन ने पत्र में कहा है कि मजदूरों का आक्रोश आगे चलकर औद्योगिक अशांति का रूप धारण कर सकता है।
औद्योगिक शांति बनी रहे और वेतन समझौता समय पर एवं सम्मानजनक तरीके से हो तथा वास्तुस्थिति से अवगत कराने के लिए यूनियन ने कोयला मंत्री से मुलाकात करने का समय मांगा है।

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यहां बताना होगा कि जेबीसीसीआई की 5वीं बैठक में सीआईएल प्रबंधन ने फिर से तीन फीसदी एमजीबी का प्रस्ताव रखा था और इससे आगे बढ़ने तैयार नहीं था। बगैर किसी नतीजे के बैठक खत्म हो गई थी। बाद में यूनियन ने संयुक्त रूप से कोयला मंत्री एवं कोल सचिव को वास्तुस्थिति से अवगत कराने और वेतन समझौते के मामले में हस्तक्षेप करने पत्र लिखने का निर्णय लिया था।

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