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नई दिल्ली, 16 जून। गुरुवार को जारी एक बयान में कहा गया कि, विश्‍व के सबसे बड़े कोयला उत्‍पादक कोल इंडिया लिमिटेड ने अब तक के सबसे अधिक कोयला उत्‍पादन और आपूर्ति से देश की ऊर्जा सुरक्षा सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण योगदान किया है।

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2013- 14 में अखिल भारतीय स्तर पर कोयला उत्‍पादन 56 करोड़ 60 लाख टन था। पिछले आठ वर्ष में घरेलू कोयला उत्‍पादन में 37.3 प्रतिशत और आपूर्ति में 43 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।

कोल इंडिया लिमिटेड ने बढ़ती मांग के अनुरूप न केवल कोयले की लगातार आपूर्ति की है बल्‍कि सस्‍ती दरों पर आपूर्ति सुनिश्‍चित की है। जहां कोयले की अंतरराष्‍ट्रीय कीमतों में भारी वृद्धि हो रही है, कोल इंडिया लिमिटेड ने लगातार सस्‍ती दरों पर घरेलू आपूर्ति बनाए रखी है।

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दिसम्‍बर 2020 में आयातित कोयले का मूल्‍य लगभग चार हजार दो सौ रुपये प्रतिटन था, इस वर्ष अप्रैल में यह बढ़कर तेरह हजार सात सौ 15 रुपये प्रति टन हो गया। जबकि कोल इंडिया लिमिटेड एक हजार चार सौ 75 रुपये प्रति टन मूल्‍य पर कोयले की आपूर्ति कर रहा है। यह कीमत दिसम्बर 2020 से अब तक स्थिर है।

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