नई दिल्ली, 20 दिसम्बर। कोयला कामगारों के 11वें वेतन समझौते को लेकर जेबीसीसीआई में सम्मिलित श्रमिक संगठन एचएमएस, बीएमएस, सीटू, एटक द्वारा संयुक्त रूप से घोषित आंदोलन से राष्ट्रीय खान मजदूर फेडरेशन (इंटक) दूर रहेगा।

राष्ट्रीय खान मजदूर फेडरेशन (इंटक) के पुरी, ओडिशा में आयोजित हुए 32वें महाअधिवेशन इस आशय का निर्णय लिया गया। इंटक द्वारा जारी बयान में कहा गया है कि फेडरेशन ने निर्विरोध यह निर्णय लिया है कि चारों केन्द्रीय संघटन के प्रस्तावित आंदोलन में इंटक सम्मिलित नहीं होगी एवं समीक्षा करने के उपरांत पूरे देश के सीआईएल/एससीसीएल कोयला उद्योग में एवं कोयला मजदूरों के हित में इंटक अंतिम लड़ाई लड़ने के लिए जनवरी 2023 के बाद मैदान में उतरने का वातावरण तैयार करेगी।

इसे भी पढ़ें : कर्मचारियों को नए साल में मिल सकता है तोहफा, सरकार बढ़ा सकती है सैलरी

इंटक ने अपने महाअधिवेशन में जेबीसीसीआई की सात बैठकों के बाद भी 11वें वेतन समझौता कराने नाकाम रहने पर चिंता जाहिर की गई। जेबीसीसीआई- XI में इंटक एवं सम्बद्धता वाले यूनियन को भारत सरकार द्वारा राजनीतिक कारणों से सम्मिलित नहीं किए जाने की निंदा की गई।

दो दिवसीय महाअधिवेशन में कोयला उद्योग एवं कोयला मजदूरों से संबंधित कई प्रस्ताव पारित किए गए। इन प्रस्तावों में 10वें वेतन समझौते के कई मुद्दे विशेषकर बिमारी एवं शरीरिक कमजोर मजदूरों की वैद्यिकिय जांच 5- 6 वर्षां से बंद करना, आश्रितों को नौकरी न देना, 01.07.2016 से ग्रैच्युटी 10 लाख से बढ़ा कर 20 लाख न करना, पेंशन योजना में सुधार/बढ़ोतरी न करना, सेवानिवृत्त कर्मचारियों के इलाज करने की सीमा को 8 लाख से बढ़ा कर सीआईएल के अधिकारियों के बराबर 25 लाख न करना। चालू खदानों को बंद करने का मुद्दा भी अधिवेशन में लाया गया।

इसे भी पढ़ें : सरकार ने कहा- देश की कोयला खदानों में 90 फीसदी तक क्षमता का हो रहा उपयोग

महाअधिवेशन का उद्घाटन ओडिशा राज्य के इंटक अध्यक्ष एवं दो बार के राज्यसभा सदस्य तथा एआईसीसी के सचिव रहे रामचंद्र कुंठिया ने किया। अध्यक्षता वरिष्ठ उपाध्यक्ष गिरिजा शंकर पाण्डेय ने की।

दूसरे दिवस प्रतिनिधि सभा फेडरेशन के कार्यकारी अध्यक्ष एवं विधायक कुमार जयमंगल (अनुप सिंह) अध्यक्षता में संपन्न हुई। इसमें 500 से अधिक प्रतिनिधियों ने भाग लिया। सभा में भाग लेने वालों में झारखण्ड प्रदेश का भूतपूर्व अध्यक्ष सुखदेव भगत, झारखण्ड की युवा विधायक डे. अमबा प्रसाद, ओडिषा के पूर्व मंत्री एवं विधानसभा सभापति किशोर पटेल सहित अन्य वरिष्ठ पदाधिकारी थे। नई कार्यकारिणी (2023- 2025) के लिए चुनाव भी हुआ। सर्वसम्मती से कुमार जयमंगल (अनुप सिंह) को पुनः अध्यक्ष तथा एस.क्यु. जमा को सेक्रेटरी जनरल एवं संतोष माहतो को कोषाध्यक्ष के पद के लिय चयनित किया गया।

  • Website Designing