नई दिल्ली, 07 मार्च। कोयला कामगारों के वेतन समझौते के लिए गठित जेबीसीसीआई- XI में इंटक की एंट्री के मामले को क्या कोल इंडिया (CIL) प्रबंधन उलझाने में लगा हुआ है? राष्ट्रीय खान मजदूर फेडरेशन एवं दूसरे गुट इंडियन नेशनल माइन वर्कर्स फेडरेशन को पत्र लिखकर जेबीसीसीआई के लिए कॉमन सूची मांगे जाने से यह प्रतीत होता है।

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कोल इंडिया प्रबंधन ने 6 मार्च, 2023 को इंटक के दोनों गुटों को एक पत्र भेजा है। इसमें जेबीसीसीआई- XI के लिए चार मुख्य एवं चार वैकल्पिक सदस्यों की कॉमन सूची मांगी गई है। यानी दोनों गुट आपसी सहमति बनाकर कर लिस्ट तैयार करें। सीआईएल प्रबंधन ने इसके लिए पत्र जारी करने की तारीख से एक सप्ताह का समय दिया है। प्रबंधन के अुनसार कॉमन सूची आ जाती है तो जेबीसीसीआई की 9वीं बैठक इसी माह करा ली जाएगी।

दूसरी ओर सवाल यह उठ रहा है कि क्या सीआईएल प्रबंधन इंटक की जेबीसीसीआई में एंट्री को उलझाने में लगा हुआ है? कलकत्ता हाईकोर्ट में जेबीसीसीआई में प्रवेश करने की लड़ाई कुमार जयमंगल (अनूप सिंह) के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय खान मजदूर फेडरेशन ने जीती है। इसके लिए जनरल सेक्रेटरी एसक्यू जमा ने पूरी कवायद की है। हाईकोर्ट का आदेश आते ही श्री जमा ने जेबीसीसीआई- 11 के लिए चार- चार मुख्य एवं वैकल्पिक सदस्यों के नाम सीआईएल को भेज दिए थे।

इधर, इंटक के राष्ट्रीय अध्यक्ष डा. जी संजीवा रेड्डी ने 28 फरवरी, 2023 को सीआईएल चेयरमैन को पत्र लिखकर स्पष्ट कर दिया था कि कुमार जयमंगल (अनूप सिंह) के नेतृत्व वाला राष्ट्रीय खान मजदूर फेडरेशन ही कोल इंडिया और एससीसीएल के लिए अधिकृत है।

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इस बीच इंटक के एक और गुट इंडियन नेशनल माइन वर्कर्स फेडरेशन के महासचिव ललन चौबे ने भी जेबीसीसीआई- 11 के लिए दावेदारी ठोकते हुए मुख्य और वैकल्पिक सदस्यों के नामों की सूची सीआईएल को भेज दी।

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