नई दिल्ली, 17 मई। कांग्रेस आलाकमान ने सिद्धारमैया को कर्नाटक का नया मुख्यमंत्री बनाने का फैसला कर लिया है। लेकिन डीके शिवकुमार को यह फैसला मंजूर नहीं है। सोनिया और राहुल गांधी से एक घंटे तक बातचीत के बावजूद वो सिद्धारमैया को सीएम बनाने पर राजी नहीं हुए। ऐसी स्थिति में वो खुद डिप्टी सीएम बनना नहीं चाहते हैं । भी

उनका कहना है कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को मुख्यमंत्री बनाया जाता है तो उनकी लीडरशिप में काम करने को तैयार हैं।

इस बीच कर्नाटक कांग्रेस के प्रभारी रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि मुख्यमंत्री चुनने की प्रक्रिया जारी है। फैसला होते ही हम ऐलान कर देंगे। कैबिनेट का गठन 2-3 दिन में हो जाएगा। लेकिन बेंगलुरु के कांटीरवा स्टेडियम में शपथ की तैयारियां शुरू हो गई हैं।

CM पद को लेकर पिछले चार दिनों से बेंगलुरु से लेकर दिल्ली तक कई बैठकें हुईं । सिद्धारमैया रेस में सबसे आगे चल रहे थे। इससे पहले रविवार को भी कांग्रेस विधायक दल की बैठक में सभी MLA ने नेता चुनने के लिए खड़गे को अधिकृत किया था। इसके बाद कांग्रेस अध्यक्ष ने ऑब्जर्वर्स से सभी विधायकों से वन-टु-वन बात करने को कहा था। इनमें 80 से ज्यादा विधायकों ने सिद्धारमैया के फेवर में वोट किया था ।

इन 3 फॉर्मूला पर हुई डीके और सिद्धारमैया से बात

पहला: CM सिद्धारमैया बनें। डीके शिवकुमार के पास डिप्टी CM के साथ, ऊर्जा और सिंचाई मंत्रालय और प्रदेश अध्यक्ष का पद रहेगा।

दूसरा: सिद्धारमैया को पहले दो साल तक CM बना । फिर दो साल बाद कुर्सी डीके को दी जाए। |

तीसरा: सिद्धारमैया को CM बना दिया जाए। डीके को PCC के चीफ के अलावा दो बड़े मंत्रालय दिए जाएं।

साभार : भास्कर

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