नई दिल्ली, 16 जुलाई। नेशनल हाइड्रोइलेक्ट्रिक पावर कॉरपोरेशन (NHPC) के अध्यक्ष व प्रबंध निदेशक एके सिंह के नेतृत्व में और विद्युत क्षेत्र में कार्बन फुटप्रिंट को कम करने के देश के संकल्प के अनुरूप, एनएचपीसी ने केन्द्र शासित प्रदेश लद्दाख के लेह और कारगिल जिले में “पायलट ग्रीन हाइड्रोजन टेक्नोलॉजीज“ के विकास के लिए दो समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए। केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख के माननीय उपराज्यपाल आरके माथुर की गरिमामयी उपस्थिति में इन समझौता ज्ञापनों (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए।

लेह जिले के लिए हस्ताक्षरित एमओयू के अनुसार, एनएचपीसी परिसर के भीतर निम्मो बाजगो पावर स्टेशन (लेह) में एनएचपीसी गेस्ट हाउस की विद्युत आवश्यकता को पूरा करने के लिए एनएचपीसी हाइड्रोजन उत्पादन सहित पायलट ग्रीन हाइड्रोजन ईंधन सेल आधारित माइक्रोग्रिड के विकास पर विचार करेगी।

कारगिल जिले के लिए हस्ताक्षरित एमओयू के अनुसार, कारगिल में उत्पन्न हाइड्रोजन का उपयोग मोबिलिटी के लिए फ्यूल सेल्स में किया जाएगा जो कारगिल के स्थानीय क्षेत्र में 8 घंटे तक दो बसें चलाने में सक्षम होगी।

एनएचपीसी मोबिलिटी, परिवहन, हीटिंग, माइक्रो-ग्रिड जैसे विभिन्न क्षेत्रों में लद्दाख क्षेत्र की हाइड्रोजन आवश्यकता की आपूर्ति के लिए वाणिज्यिक स्तर पर हाइड्रोजन उत्पादन को बढ़ाएगी और इसके बाद समझौता ज्ञापन पर अलग से हस्ताक्षर किए जाएंगे।

ये दोनो पायलट परियोजनाएं हरित हाइड्रोजन के भावी विकास और परिवहन/हीटिंग क्षेत्र में कार्बन उत्सर्जन में कमी के लिए रोडमैप तैयार करेंगी और केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख के युवाओं के लिए विभिन्न राजस्व स्रोतों और रोजगार के अवसरों को सृजित करते हुए हाइड्रोजन अर्थव्यवस्था में दीर्घकालिक निवेश को आकर्षित करेंगी।

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