जांजगीर-चांपा, 12 जून। बोरवेल में फंसा 11 साल का मासूम राहुल 54 घंटे से जिंदगी की जंग लड़ रहा है। बोरवेल के समीप 61.5 फीट का गड्ढा खोदा गया है। यहां से 9 मीटर की टनल बना राहुल तक पहुंचने की योजना है, लेकिन बीच में मौजूद चट्टान बाधा बन रही है।

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बावजूद इसके एनडीआरएफ की टीम 9 मीटर की टनल बनाने के प्रयास में है। इस कार्य में एसडीआरएफ और एसईसीएल के कुसमुंडा, मानिकपुर, मनेन्द्रगढ़ से पहुंची 10 सदस्यीय रेस्क्यू टीम भी सहयोग करने तैयार है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी ट्वीट कर इसकी जानकारी दी है।

कलेक्टर जितेन्द्र शुक्ला ने बताया कि बच्चे की स्थिति ठीक है। बच्चा दिव्यांग है, वह सुन और बोल नहीं सकता। बचाव अभियान चल रहा है। अगले 5- 6 घंटे में हम बच्चे को बाहर निकाल पाएंगे।

इसके पहले बच्चे को रोबोट से निकालने की कोशिश सफल नहीं हो सकी। सूरत, गुजरात से आए रोबोटिक्स इंजीनियर महेश ने बोरवेल में रोबोट उतारा था, लेकिन कीचड़ और पानी की वजह से यह प्रयास सफल नहीं हो सका।

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यहां बताना होगा कि छत्तीसगढ़ के जांजगीर चांपा जिले के पिहरिद गांव का राहुल साहू, लगभग 11 साल, पिता लाला साहू रोज की तरह दोपहर में घर के पीछे अपनी ही बाड़ी में खेल रहा था। शुक्रवार दोपहर 2 बजे के बाद से उसका कुछ पता नहीं चला है। परिजन भी इस बात से बेखबर थे। पता चला है कि उन्हें इस बारे में तब पता चला, जब घर के ही कुछ लोग बाड़ी की तरफ गए। उस दौरान राहुल के रोने की आवाज आ रही थी। गड्ढे के पास जाकर देखने पर पता चला कि आवाज अंदर से आ रही है। बोरवेल का गड्ढा 80 फीट गहरा है। बताया गया है कि बच्चा मूक- बधिर है और मानसिक रूप से कमजोर है।

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