G Kishan Reddy

नई दिल्ली, 10 जून। नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली केन्द्र की नई सरकार में जी. किशन रेड्डी (G Kishan Reddy) को केन्द्रीय कोयला एवं खान मंत्री (Coal & Mines Ministry) बनाया गया है। मोदी के दूसरे कार्यकाल में प्रल्हाद जोशी के पास यह मंत्रालय था। सतीश चंद्र दुबे (Satish Chandra Dubey) को कोयला एवं खनन मंत्रालय में राज्य मंत्री का पद दिया गया है। जानते हैं दोनों मंत्रियों के बारे में :

जी. किशन रेड्डी

तेलंगाना बीजेपी अध्यक्ष जी. किशन रेड्डी ने सिकंदराबाद सीट से कांग्रेस उम्मीदवार को 49,944 वोटों से हराया है। इससे मोदी सरकार 2.0 में केंद्रीय मंत्री रह चुके जी. किशन रेड्डी का पूरा नाम गंगापुरम किशन रेड्डी है। उन्हें किशनअन्ना के नाम से भी जाना जाता है। गंगापुरम किशन रेड्डी पिछली सरकार में पर्यटन, सस्कृति और उत्तर-पूर्वी क्षेत्र का विकास विभाग के कैबिनेट मंत्री के रूप में कार्यरत रहे। रेड्डी 2019 से सिकंदराबाद लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। उन्होंने 2009 में आंध्र प्रदेश विधानसभा में भाजपा के नेता के रूप में कार्य किया और तत्कालीन आध्र प्रदेश के राज्य भाजपा अध्यक्ष के रूप में चुने जाने के बाद इसे छोड़ दिया।

1977 में जनता पार्टी से पॉलिटिकल करियर की शुरुआत

जी किशन रेड्डी का जन्म 15 जून 1960 को तेलंगाना के रंगारेड्डी जिले के तिम्मापुर गांव में हुआ था। उनके माता-पिती, जी स्वामी रेड्डी और अंडालम्मा थे। उन्होंने टूल डिजाइन में डिप्लोमा किया है। रेड्डी ने अपने करियर की शुरुआत 1977 में जनता पार्टी के एक युवा नेता के रूप में की थी। 1980 में भाजपा के निर्माण के बाद वे इसमें शामिल हो गए। उन्हें 2002 से 2005 तक भारतीय जनता युवा मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में चुना गया था।

लगातार तीन बार विधायक चुने गए, फिर बने सांसद

रेड्डी 2004 में हिमायतनगर निर्वाचन क्षेत्र से विधायक के रूप में चुने गए थे, इसके बाद, 2009 और 2014 में वे अंबरपेट विधानसभा क्षेत्र से चुने गए। 30 मई 2019 को, उन्होंने भारत सरकार में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री पद की शपथ ली और 2021 में उनका प्रमोशन कैबिनेट मिनिस्टर के रूप में हुआ। इसके अलावा तेलंगाना और आंध्र प्रदेश विधानसभा में बीजेपी की ओर से फ्लोर लीडर की जिम्मेदारी संभाली है। पिछले साल उन्हें प्रदेश में बीजेपी अध्यक्ष की जम्मेदारी भी दी गई।

आतंकवाद के खिलाफ एनजीओ का गठन किया

जी किशन रेड्डी का भगवा पार्टी में विकास धीरे-धीरे हुआ और 2002 में उन्हें भाजयुमो का अध्यक्ष नियुक्त किया गया जब पार्टी केंद्र में सत्ता में थी। जी किशन रेड्डी जब भारतीय जनता युवा मोर्चा के अध्यक्ष थे, तब उन्होंने आतंकवाद के खिलाफ विश्व युवा परिषद नामक एक गैर-राजनीतिक संगठन का गठन किया था। उन्होंने नई दिल्ली में विश्व युवा सम्मेलन का आयोजन किया था, जिसमें 50 से अधिक देशों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया था। उन्होंने सीमावर्ती क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के साथ एकजुटता व्यक्त करने के उद्देश्य से ’सीमा सुरक्षा जागरण यात्रा’ का आयोजन किया। जी किशन रेड्डी ने सामाजिक कार्यों के लिए भी काम किया है। उन्होंने हृदय रोग से पीड़ित बच्चों की भलाई के लिए भी बहुत काम किया है। उनके प्रयासों और अन्य प्रयासों के कारण ही तत्कालीन सरकार ने ऐसे बच्चों की मदद के लिए एक योजना बनाई। उन्होंने तेलंगाना होम गार्ड्स एसोसिएशन का नेतृत्व किया और समान व्यवहार, सम्मान और उनके जीवन स्तर में सुधार की मांग को लेकर आंदोलन चलाया।

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सतीश चंद्र दुबे

Satish Chandra Dubey

सतीश चंद्र दुबे भारत की राजनीति में जाना पहचाना चेहरा हैं। वे 16वीं लोकसभा में सांसद रह चुके हैं और लगातार दो बार विधायक भी चुने जा चुके हैं। सतीश चंद्र इस समय बीजेपी के बिहार से राज्यसभा सांसद हैं। बतौर सांसद यह उनका दूसरा कार्यकाल है जो की साल 2028 तक चलने वाला है। मोदी केबिनेट 3.0 के सदस्य के रूप में उन्होंने रविवार को पद और गोपनीयता की शपथ ली। राष्ट्रपति भवन में आयोजित समारोह में महामहिम द्रौपदी मुर्मू ने उन्हें शपथ दिलाई।

राजनीतिक जीवन

महज 30 वर्ष की उम्र में चनपटिया विधानसभा से भाजपा विधायक के तौर पर निर्वाचित हुए सतीशचंद दुबे 49 वर्ष की उम्र में केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल हो गए हैं। साल 2014 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने वाल्मीकि नगर से बीजेपी को जीत दिलाई थी। उस समय उन्होंने कांग्रेस के पूर्णमासी राम को हराया था। इससे पहले साल 2010 में नटकटियागंज से बिहार विधानसभा के लिए चुने जा चुके हैं। वे श्रम संबंधी स्थाई समिति के सदस्य के रुप में कार्य करते थे। साल 2014 से लेकर अब तक वो श्रम मंत्रालय, परामर्शदात्री समिति, ऊर्जा मंत्रालय और नवीन और पुनर्नवीनीकरण मंत्रालय के सदस्य रहे हैं।

वर्ष 1975 में नरकटियागंज प्रखंड के हरसरी गांव निवासी स्व इंद्रजीत दुबे व स्व पशुपति देवी के घर में जन्मे सतीशचंद्र दुबे ने मैट्रिक की पढ़ाई हाई स्कूल, नरकटियागंज तथा इंटरमीडिएट की पढ़ाई टी पी वर्मा कॉलेज से की है। श्री दुबे की धर्मपत्नी डा अल्का कुमारी ने उच्च शिक्षा प्राप्त करते हुए पीएचडी की डिग्री हासिल की है।

पेशे से कृषि कार्य करने वाले सतीश चंद्र के कृषि और डेयरी से जुड़े फार्म भी हैं। राज्यसभा सांसद को दो पुत्रियां व एक पुत्र है। बड़ी पुत्री विजयालक्ष्मी 8 वर्ष की है जबकि एक पुत्री श्रीलक्ष्मी व पुत्र शिवांश डेढ़ वर्ष के हैं। राज्यसभा सांसद तीन भाई और एक बहन हैं। बहन मीना देवी की शादी बगहा के मेहूडा में हुई है। सांसद के अग्रज अशोक कुमार दुबे व प्रदीप कुमार दुबे हैं।

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