सिंगरौली। भारत सरकार की मिनीरत्न कंपनी नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड में आयोजित इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस ऑन ओपेन कास्ट माइनिंग टेक्नालजी ऐंड सस्टेनिबिलिटी “आइकॉम्स” का दो दिवसीय आयोजन शनिवार को सम्पन्न हुआ।

कॉन्फ्रेंस के दौरान विगत दो दिनो में देश विदेश के प्रतिष्ठित खनन पेशेवरों , तकनीकी विशेषज्ञों , शिक्षाविदों , वैज्ञानिकों ,शोधकर्ताओं तथा विद्यार्थियों ने ओपेन कास्ट खदानों में उत्पादन, उत्पादकता, सुरक्षा, नवाचार,ऑटोमेशन, कोयले के गैसीकारण, आर्टिफिशियल इंटेलीजेन्स, प्रक्रियाओं के डिजिटिकरण, दीर्घकालिक पर्यावरणीय संतुलन के साथ खनन कार्य, कर्मियों का स्वास्थ्य, खदान से निकले अपशिष्ट का पुनर्चक्रण, कार्य संबंधी तनाव का मानसिक स्वस्थ्य पर प्रभाव, पर्यावरण संबंधी व अन्य कानूनों में बदलाव का कोयला खनन पर असर, सरफेस माइनर व अन्य आधुनिक तकनीकियों के लाभ जैसे अनेक अन्य महत्वपूर्ण विषयों पर 85 शोध पत्र प्रस्तुत किये।

इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित एनसीएल के निदेशक (तकनीकी/संचालन) डॉ अनिंद्य सिन्हा ने कहा “आइकॉम्स” एनसीएल के लिए ज्ञान का उत्सव है जहां पर विश्व भर के विशेषज्ञ खनन तकनीकी, ऑटोमेशन, नवाचार, सौर ऊर्जा, कोल गैसीफिकेशन व अन्य क्षेत्रों में विविधीकरण, खनन उद्योग के सामाजिक- आर्थिक प्रभाव जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में अपने शोधपत्रों के माध्यम से महत्वपूर्ण सुझाव देते हैं जिनको एनसीएल में योजनाबद्ध तरीके से लागू किया जाता है। श्री सिन्हा ने इंडस्ट्री व तकनीकी शिक्षण संस्थानों के सामंजस्य से शोध एवं विकास(आर – डी) पर विशेष बल देने हेतु एनसीएल की प्रतिबद्धता व्यक्त की तथा विश्वास जताया कि कॉन्फ्रेंस के दौरान दिये गए सभी सुझावों गहन विमर्श कर लागू किया जाएगा।

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कार्यक्रम के दौरान एनसीएल के निदेशक (तकनीकी/ परियोजना एवं योजना) एस एस सिन्हा, एनसीएल के पूर्व महाप्रबंधकगण, मुख्यालय के विभागाध्यक्ष, क्षेत्रीय महाप्रबंधक, आईआईटी बीएचयू से प्रो॰ पीयूष राय एवं उनकी टीम, एनसीएल के विभिन्न क्षेत्रों से आए हुए अधिकारी, कर्मचारी गण उपस्थित रहे द्यसाथ ही देश विदेश से आए हुए डेलीगेट्स भी उपस्थित रहे।

इस अवसर पर एनसीएल के निदेशक (तकनीकी/परियोजना एवं योजना) एसएस सिन्हा ने “आइकॉम्स”2020 के सफल आयोजन में महत्वपूर्ण योगदान के लिए एनसीएल की महिला ब्रिगेड, यंग ब्रिगेड एवं आईआईटी बीएचयू की टीम की सराहना की। श्री सिन्हा ने कॉन्फ्रेंस के सफल आयोजन पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि पिछले दो दिनों में कोयला उद्योग में आने वाली दिन प्रतिदिन कि समस्याओं के व्यावहारिक एवं कार्यान्वयन योग्य अनेक समाधान प्राप्त हुए हैं जिनको निश्चय ही निकट भविष्य में लागू किया जाएगा।

इस दौरान आईआईटी बीएचयू के प्रोफेसर पीयूष राय ने कहा कि “आइकॉम्स” इंडस्ट्री एवं शिक्षण संस्थानों के समन्वय से आर – डी को बढ़ावा देने के क्षेत्र में एक उत्कृष्ट उदाहरण सिद्ध हुआ है और हम साथ में मिलकर पर्यावरणीय खनन के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य कर रहे हैं।

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एनसीएल-आईआईटी-बीएचयू इंक्यूबेशन सेंटर के स्टार्ट-अप रहे आकर्षण का केन्द्र

कॉन्फ्रेंस के दौरान आयोजित प्रदर्शनी में एनसीएल-आईआईटी बीएचयू इंक्यूबेशन सेंटर से संबद्ध लगभग 20 स्टार्ट-अप कंपनियों ने खनन क्षेत्र से संबन्धित नवीनतम प्रौद्योगिकी व नवाचारों , स्वच्छ ऊर्जा, ऑटोमेशन, कृषि उत्पाद, मोती, मशरूम व जैविक खेती जैसे बहुआयामी विषयों पर आगंतुकों को जानकारी दी द्य प्रदर्शनी में लगभग 50 कंपनियों ने अपने उत्पाद व सेवाओं से लोगों को अवगत कराया द्य आईआईटी बीएचयू ने कॉन्फ्रेंस के आयोजन में नॉलेज पार्टनर की महत्वपूर्ण भूमिका भी अदा की है।

प्रदर्शनी में शामिल कंपनियों को किया गया सम्मानित

“आइकॉम्स 2020” के समापन समारोह में सर्वश्रेष्ठ तकनीकी समाधानों के लिए प्रदर्शनी में शामिल कंपनियों एवं स्टार्ट अप कंपनियों को सम्मानित किया गया।

गौरतलब है कि विगत दो वर्षों की भांति नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड 22 व 23 जनवरी को इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस ऑन ओपेन कास्ट माइनिंग टेक्नालजी ऐंड सस्टेनिबिलिटी “आइकॉम्स” का आयोजन किया गया जिसमें खनन उद्योग की दीर्घकालिक प्रासंगिकता पर विमर्श हुआ तथा देश विदेश के विशेषज्ञों ने इस संबंध में प्रचलित आधुनिकतम तकनीकियों व नवाचारों पर अपने विचार व सुझाव साझा किये।

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