नई दिल्ली (आईपी न्यूज)। केन्द्रीय ट्रेड यूनियन ने 5 सार्वजनिक उपक्रमों के विनिवेश का जोरदार विरोध किया है। 10 श्रमिक संगठनों के एक समूह ने संयुक्त रूप से बयान जारी कर केन्द्र सरकार को सरकारी कंपनियों के निजीकरण के फैसले को बदलने का आग्रह किया है। यहां बताना होगा कि केन्द्र सरकार ने भारत पेट्रोलियम कारपोरेशन लिमिटेड, शिपिंग कारपोरेश इंडिया, कंटेनर कारपोरेशन ऑफ इंडिया, टिहरी हाइड्रो पावर डेवलपमेंट कारपोरेशन और नॉर्थ ईस्टर्न इलेक्ट्रिक पावर कारपोरेशन लिमिटेड के विनिवेश को मंजूरी दी है। विनिवेश का विरोध करने वाले श्रमिक संगठनोें में इंटक, एटक, सीटू, एचएमएस, टीयूसीसी, एसईडब्ल्ूयूए, एआईसीसीटीयू, एलपीएफ, यूटीयूसी, एआईयूटीयूसी शामिल हैं। इन श्रमिक संगठनों ने विनिवेश वाली कंपनियों के कामगारों से इस निर्णय के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किए जाने का आव्हान किया है। इन श्रमिक संगठनों के नेताओं ने कहा है कि केन्द्र की मोदी सरकार देश के नक्शे से सार्वजनिक उपक्रमों को मिटा देना चाहती हैै। इसके लिए एकजुट होना होगा। विनिवेश के खिलाफ संयुक्त बयान जारी करने वाले श्रमिक संगठनों में भारतीय मजदूर संघ सम्मिलित नहीं है।

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