Big train accident averted in Chhattisgarh, बिलासपुर, 11 जून। रविवार को छत्तीसगढ़ में भी ओडिशा के बालासोर की तरह ट्रेनें आपस में टकराने से बच गईं। मामला दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे (SECR) के बिलासपुर मंडल के अंतर्गत जयरामनगर और कोटमीसोनार रेलवे स्टेशन के मध्य का है। यहां एक ही ट्रैक पर पैसेंजर गाड़ी और मालगाड़ी आ गई थी।

बताया गया है कि मेमू लोकल कोरबा से बिलासपुर की ओर आ रही थी। उसी ट्रैक पर सामने से मालगाड़ी आ गई। चुंकि दोनों गाड़ियों की स्पीड कम थी और चालकों ने सुझबुझ के साथ समय रहते गाड़ियों को कुछ दूरी के अंतराल पर रोक दिया। इससे एक बड़ा हादसा टल गया। मामले में रेलवे की बड़ी लापरवाही सामने आई है। इसका घटना वीडियो भी जमकर वायरल हो रहा है।

रेलवे ने ट्वीटर पर जारी किया बयान

कुछ मीडिया चैनलों में एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमे यह दिखाया गया है कि गतौरा स्टेशन में एक गुड्स ट्रेन और मेमू ट्रेन एक ही ट्रैक पर आ गई थी। उसके बारे में यह बताना है कि SECR के बिलासपुर मंडल का जयरामनगर-बिलासपुर सेक्शन ऑटोमेटिक सिग्नलिंग ब्लॉक सेक्शन है।

रेलवे सामान्य नियम के अनुसार जहां भी ऑटोमेटिक सिग्नलिंग ब्लॉक सेक्शन है , वहां एक ही लाइन पर एक से अधिक गाड़ियों का सुरक्षित परिचालन एक ही समय में सिग्नल के आधार पर किया जाता है। इन गाड़ियों का परिचालन भी ऑटोमेटिक सिग्नलिंग सिस्टम के नियम के अनुसार किया गया।

रेलवे के अलग-अलग खंडों के ऑटोमेटिक सिग्नलिंग ब्लॉक सेक्शन में गाड़ियों का परिचालन इसी नियम के अनुसार किया जाता है। ऑटोमेटिक सिग्नलिंग सिस्टम में आगे खड़ी हुई गाड़ी के लगभग 150 मीटर पीछे तक दूसरी गाड़ी आ सकती है जबकि MEMU train होने पर गैप घटकर 75 मीटर तक हो सकता है।

MEMU train के पीछे LV बोर्ड लगा हुआ है। इसका अर्थ है की मेमू ट्रैन आगे है और दूसरी ट्रैन फॉलो में आकर विधिवत निश्चित दूरी पर आकर खड़ी हुई है। इसमें कोई अनियमितता नहीं है।

 

 

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