कोल इंडिया लिमिटेड के “मिशन – ब्रांड सीआईएल @50” अभियान के अंतर्गत साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड मुख्यालय, बिलासपुर में “प्रोक्योरमेंट प्रक्रिया पर क्षमता विकास कार्यशाला” का सफल आयोजन किया गया। यह कार्यशाला एसईसीएल के सतर्कता विभाग के तत्वावधान में तथा सामग्री प्रबंधन (एमएम) विभाग द्वारा आयोजित की गई।
इस कार्यशाला का उद्देश्य विभिन्न विभागों के अधिकारियों को नियमों की विधिक समझ, पारदर्शिता, नैतिक निर्णय लेने की प्रक्रिया तथा नियमों के अनुरूप कार्य प्रणाली की दिशा में प्रशिक्षित करना था। कार्यशाला का विषय था — “कानून की अज्ञानता कोई बहाना नहीं है”।
इस अवसर पर एसईसीएल के अध्यक्ष-सह-प्रबंध निदेशक श्री हरीश दुहन ने कहा कि सभी को नियमों की स्पष्ट जानकारी के साथ आत्मविश्वासपूर्वक निर्णय लेना चाहिए। उन्होंने सभी अधिकारियों से आग्रह किया कि वे नियमों का पालन करते हुए सजगता और सकारात्मक सोच के साथ कार्य निष्पादन करें।
बैठक में वीसी के माध्यम से जुड़े कोल इंडिया के मुख्य सतर्कता अधिकारी श्री बी.के. त्रिपाठी ने अपने संदेश में कहा — “सतर्कता आपके द्वारा है, आपके लिए है और आपके साथ है।” उन्होंने अधिकारियों से अनुरोध किया कि वे सौहार्दपूर्ण और ईमानदार वातावरण में कार्य करते हुए कंपनी के हित में सही निर्णय लें।
एसईसीएल के मुख्य सतर्कता अधिकारी श्री हिमांशु जैन ने कहा कि सभी अधिकारियों को नियमों की सही जानकारी रखते हुए पूरी ईमानदारी और पारदर्शिता के साथ कार्य करना चाहिए।
आयोजन में एसईसीएल निदेशक तकनीकी (संचालन सह योजना/परियोजना) श्री एन फ्रैंकलिन जयकुमार, निदेशक (मानव संसाधन) श्री बिरंची दास, निदेशक (वित्त) श्री डी सुनील कुमार एवं विभिन्न विभागाध्यक्षगण भी उपस्थित रहे।
कार्यशाला के दौरान विभिन्न विभागों के अधिकारियों द्वारा उपयोगी प्रस्तुतियाँ दी गईं, जिनमें क्रय प्रक्रिया, संविदा प्रबंधन, नियामकीय स्पष्टता और निर्णय लेने की प्रणाली जैसे विषयों पर विस्तृत जानकारी साझा की गई। इसमें सामग्री प्रबंधन, वित्त, खनन, यांत्रिक एवं विद्युत, सुरक्षा सहित अन्य विभागों से बड़ी संख्या में अधिकारियों ने भाग लिया।