अमरीका की कारोबारी और वित्तीय सेवा कंपनी मूडीज़ एनालिटिक्स ने 2021 में भारत के सकल घरेलू उत्पाद-जीडीपी की वृद्धि दर 12 प्रतिशत रहने का अनुमान व्यक्त किया है। इससे पहले पिछले साल नवंबर में अनुमान में कहा गया था कि 2021 के लिए भारत की जीडीपी नौ प्रतिशत रहेगी।
मूडीज़ द्वारा कल जारी किये गए नये अनुमान में कहा गया है कि पिछले सात सितंबर की तिमाही में सात दशमलव पांच प्रतिशत की गिरावट के बाद दिसंबर तिमाही में जीडीपी में शून्य दशमलव चार प्रतिशत की वृद्धि ने भारत में निकट भविष्य की संभावनाओं को और अधिक अनुकूल बना दिया है।
पाबंदियों में ढील मिलने के बाद से घरेलू और विदेशी मांग में सुधार हुआ है जिससे हाल के महीनों में विर्निमाण क्षेत्र के उत्पादन में बढ़ोतरी हुई है।
कोरोना महामारी से प्रभावित वित्त वर्ष 2021 में भारत की अर्थव्यवस्था में आठ प्रतिशत की गिरावट आने का आधिकारिक अनुमान व्यक्त किया गया था जो कि चार दशकों से अधिक में सबसे खराब प्रदर्शन है। हालांकि अधिकांश पेशेवर अनुमानकर्ताओं ने वित्त वर्ष 2022 में भारत की वृद्धि दर दहाई के अंक में रहने का अनुमान व्यक्त किया है।
पिछले सप्ताह आर्थिक सहयोग और विकास संगठन – ओ.ई.सी.डी. ने कहा था कि वित्त विर्ष 2022 में भारत की वृद्धि दर 12 दशमलव छह प्रतिशत रह सकती है, जोकि जी-20 देशों में सबसे अधिक है।
इस महीने की शुरूआत में मूडीज़ एनालिटिक्स ने वित्त वर्ष 2022 में भारत की वृद्धि दर 13 दशमलव सात प्रतिशत से बढ़ने का अनुमान लगाया था।
हालांकि मूडीज़ एनालिटिक्स ने कहा है कि 2021 में अर्थव्यवस्था के पटरी पर आने में कोविड-19 की मजबूत होती दूसरी लहर प्रमुख बाधक है। अच्छी बात यह है कि यह दूसरी लहर सिर्फ कुछ राज्यों तक सीमित है जिससे संक्रमण को शुरूआती स्तर पर ही नियंत्रित करने की अधिक संभावना है।