NFITU का मोदी सरकार के खिलाफ मोर्चा, मंहगाई- कोल सेक्टर का निजीकरण- सीआईएल में भ्रष्टाचार पर रोक लगाने की मांग

डा. दीपक जायसवाल ने कहा कि देश में गरीब और गरीब होता जा रहा है। वर्तमान में इनकी संख्या 80 करोड़ के आस-पास हो गई है। इसे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी माना है। सार्वजनिक उपक्रमों में भ्रष्टाचार चरम सीमा पर है।

नई दिल्ली। नेशनल फ्रंट ऑफ इंडियन ट्रेड यूनियनस (NFITU) ने केन्द्र की मोदी सरकार की नीतियों के विरोध में मोर्चा खोला है। सोमवार को नई दिल्ली स्थित जंतर- मंतर पर बढ़ती महंगाई, कोयला उद्योग का निजीकरण, कोल इंडिया में व्याप्त भ्रष्टाचार, कॉपर माइंस, चाय बगान के मजदूरों को न्यूनतम वेतन देने, कानूनों के उल्लंघन पर रोक लगाने की मांग को लेकर धरना प्रदर्शन किया गया।

इस धरना प्रदर्शन का नेतृत्व एनएफआईटीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष डा. दीपक जायसवाल ने किया। इसमें देश के 20 राज्यों से एनएफआईटीयू के पदाधिकारी और कार्यकर्ता जुटे।

डा. दीपक जायसवाल ने कहा कि देश में गरीब और गरीब होता जा रहा है। वर्तमान में इनकी संख्या 80 करोड़ के आस-पास हो गई है। इसे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी माना है। सार्वजनिक उपक्रमों में भ्रष्टाचार चरम सीमा पर है।
एनएफआईटीयू ने सरकार को 15 सूत्रीय मांग पत्र सौंपा है।

यूनियन ने कहा है कि मांग पर 15 दिनों के भीतर द्विपक्षीय वार्ता नहीं होती है तो आंदोलन को गति प्रदान की जाएगी।

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